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आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिक का दावा, दूसरे फेज की तरह घातक नहीं होगी कोविड की तीसरी लहर, अप्रैल तक हो जाएगी खत्म

पूरे देश में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने रात 11 से सुबह 5 बजे तक के लिए नाईट कर्फ्यू का आदेश जारी किया है। उधर, आईआईटी कानपुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक और पद्मश्री प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल ने दावा किया है कि अप्रैल 2022 तक कोरोना की तीसरी लहर खत्म हो जाएगी।

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IIT Kanpur Scientist Claim Third Wave of Covid will End by April

IIT Kanpur Scientist Claim Third Wave of Covid will End by April

कानपुर. पूरे देश में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने रात 11 से सुबह 5 बजे तक के लिए नाईट कर्फ्यू का आदेश जारी किया है। उधर, आईआईटी कानपुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक और पद्मश्री प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल ने दावा किया है कि अप्रैल 2022 तक कोरोना की तीसरी लहर खत्म हो जाएगी। हालांकि, उन्होंने चुनावी रैलियों को लेकर चिंता जाहिर की है। कहा कि रैलियों में लाखों की भीड़ शामिल होती है और ये संक्रमण को तेजी से फैलाने में मदद करती है। इन रैलियों में अक्सर कोविड गाइडलाइंस का पालन नहीं होता। इसी के साथ उन्होंने कोरोना के मामलों में गिनती के लिए अपना गणितीय मॉडल भी तैयार किया है।

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चुनावी रैलियों को लेकर चिंता

प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल ने कहा कि चुनावी रैलियों में बड़ी संख्या में लोग कोविड गाइडलाइंस का पालन किए गए बगैर पहुंचते हैं, जिससे कि संक्रमण का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि चुनावी तारीखों को लेकर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता लेकिन अगर ऐसे ही रैलियां होती रहीं तो संक्रमण की रफ्तार काफी हद तक बढ़ सकती है।

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गणितीय मॉडल से समझें कोविड ग्राफ

मणींद्र अग्रवाल ने गणितीय मॉडल से कोविड ग्राफ समझाया है। इस मॉडल के मुताबिक भारत में जनवरी में कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत हो रही है। मार्च में 1.8 लाख केस आ सकते हैं। लेकिन कोविड की तीसरी लहर दूसरी लहर की तरह घातक नहीं होगी। इसलिए उनके मॉडल के अनुसार हर 10 में से एक को ही अस्पताल की जरूरत पड़ेगी, मार्च के मध्य में दो लाख बेड की जरूरत होगी।