सिर्फ दो नंबर से टूटा था सपना
कानपुर के बिधनू थाना क्षेत्र के रहने वाले नागेंद्र सिंह किसानी करके अपना घर चलाते हैं। पत्नी शोभा शिक्षामित्र में हैं। उनकी दो बेटियां और एक बेटा है। पिता ने बताया कि उनकी बड़ी बेटी सृष्टी पिछले पांच साल से प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही थी। सृष्टी बचपन से ही पढ़ाई में काफी होशियार थी। सृष्टी ने यूपी पुलिस की परीक्षा दी थी। 21 नवंबर को जब रिजल्ट आया तो उसे इसमें सफलता नहीं मिली थी। सृष्टि के सामान्य महिला वर्ग के नंबर 203 में से 201 नंबर आए थे। मात्र दो नंबर की वजह से उसे परीक्षा में सफलता नहीं मिल पाई।
रिजल्ट आने के बाद परेशान रहती थी युवती
रिजल्ट आने के बाद से वह काफी परेशान रहने लगी थी। घरवालों के समझाने के बाद भी वह काफी उदास रहती थी। परिजनों ने बताया कि आत्महत्या करने से पहले वह देर रात तक पढ़ाई कर रही थी। छोटी बहन के सोने के बाद सृष्टि ने घर के अंदर बने कमरे के दरवाजे के ऊपर लगे हुए हुक के सहारे फांसी लगा ली। सुबह जब परिजनों ने बेटी को इस हालत में देखा तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि उनकी बेटी ये कदम कैसे उठा सकती है। रिपोर्ट आने के बाद होगी आगे की कार्रवाई
परिजनों ने इस घटना की सूचना पुलिस वालों को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। फॉरेंसिक टीम ने पहुंचकर जांच पड़ताल की। पुलिस ने बताया कि रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।