
कानपुर में जेवर चोरी का आरोप लगने पर जहर खाने वाली दीपिका का हैलट अस्पताल में इलाज चल रहा है।
बिल्हौर कोतवाली क्षेत्र के बलराम नगर निवासी हिमांशु तिवारी किसान हैं। वह मूल रूप से ककवन थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं।
परिजनों के अनुसार, 23 नवंबर को हिमााशु अपनी पत्नी दीपिका के साथ मामा के लड़के की शादी में कानपुर देहात के गांव खरका गई थीं। वहां उन्होंने अपने सोने के जेवर और 20 हजार रुपये रिश्तेदार की तिजोरी में रख दिए थे। अगली सुबह तिजोरी खुली तो दीपिका, लक्ष्मी और हिमानी के जेवर गायब मिले, जबकि अन्य महिलाओं के गहने सुरक्षित थे।
हिमांशु ने बताया कि जब उनकी पत्नी दीपिका ने कथित बाबा के पास जाने से साफ इनकार कर दिया, तो वहां मौजूद लोगों ने उसे दबाव में लेने की कोशिश की। आरोप है कि इसी दौरान हिमांशु को घर के एक कमरे में जबरन बंद कर दिया गया। हालात बिगड़ते देख दीपिका ने तुरंत 112 नंबर पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची जरूर, लेकिन बिना कोई ठोस कार्रवाई किए वापस लौट गई।
इसके बाद आरोपियों ने दीपिका का सामान छीन लिया और उसे पास के एक गेस्टहाउस में करीब दो घंटे तक जबरन रोककर रखा। बाद में उसे छोड़ दिया गया, लेकिन जब दीपिका ने अपना बैग वापस मांगा तो प्रशांत और उसकी पत्नी ने देने से इनकार कर दिया। मजबूर होकर दीपिका बिना अपना सामान लिए ही अपने घर लौट आई।
हिमांशु ने बताया कि 30 नवंबर को प्रशांत और निमित पुलिस के साथ उनके घर पहुंचे थे। इसके बाद पुलिस दीपिका को जबरन थाने ले गई। आरोप है कि राजपुर थाना में उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। पुलिस ने उनकी शिकायत दर्ज करने के बजाय उन पर ही चोरी का दबाव बनाना शुरू कर दिया। हिमांशु का कहना है कि पुलिस ने दोनों पति-पत्नी को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया।
हिमांशु के मुताबिक, पुलिस और परिवार के कुछ लोग लगातार दीपिका को चोर कहते रहे। आरोपी खुलेआम धमकी देते थे कि पुलिस उनका कुछ नहीं बिगाड़ेगी, लेकिन पति-पत्नी दोनों को जेल जरूर भेज दिया जाएगा। इस मानसिक दबाव से टूटकर दीपिका ने पहले एक सुसाइड नोट लिखा और फिर सोमवार शाम जहरीला पदार्थ खा लिया।
मैंने बहुत परेशान होकर यह कदम उठाया। मैं पहले से ही तनाव में रहती थी। लेकिन जब मेरे ऊपर चोरी का इल्जाम लगा, तबसे मेरी हालत और बिगड़ने लगी। मेरी दवा में भी गैप रहा। मुझ पर झूठी चोरी का जा रहा है। मेरी सुनने वाला कोई नहीं। यहां तक कि प्रशासन (कानपुर देहात राजपुर) भी नहीं। मैं ऐसा क्या करूं जो मैं खुद को और अपने पति को बेगुनाह साबित कर सकूं। हम दोनों लोगों पर प्रशासन और रिश्तेदारों का बहुत प्रेशर है। वह कह रहे हैं कि चोर तुम ही दोनों लोग हो। मैंने बहुत सोच-समझकर यह कदम उठाया है। क्योंकि मेरी बहुत बेइज्जती हो चुकी चुकी है। कोई मेरी मेरी बात सुनने को तैयार नहीं है। मेरे पास इतना नहीं है कि मैं इन्हें वापस लौटा सकूं। मुझे इंसाफ चाहिए। जो मुझे न्याय न दिला सके। कृपया वह इस मामले से दूर रहें। मेरे पास कोई ऑप्शन नहीं है। मुझ पर आरोप लगाने वाले अंग्रेज (प्रशान्त), पंकज, मनीषा, हिमानी, लक्ष्मी और पूनम हैं।
डॉक्टरों के मुताबिक दीपिका की स्थिति गंभीर बनी हुई है। उधर, पूरे मामले को लेकर पुलिस का कहना है कि जांच की जा रही है और सभी आरोपों की निष्पक्ष जांच होगी।
Published on:
10 Dec 2025 09:36 am
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