
कानपुर की नई सड़क में इतना बवाल होने के बावजूद महिलाओं की आवाज इतनी बुलंद है कि सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन पर उतर गईं। यहां रहने वाले लोग आखिरी दम तक लड़ने को तैयार है। वह योगी सरकार के बुलडोजन एक्शन के खिलाफ धरना देते हुए बोल रहीं हैं कि जीना भी यहीं है मरना भी यहीं हैं। किसी की दम नहीं जो हमारी जमीन हमसे छीन ले। इसमें महिलाओं के साथ-साथ अब पुरुषों की भी आवाज तेज होने लगी। दरअसल, मामले ने उस वक्त तूल पकड़ ली जब सोशल मीडिया पर लोगों के फर्जी लोगों के जाने सूचना वायरल कर दी।
पुरुषों के साथ साथ अब महिलाओं ने बुलडोजर मामला हो या पलायन का पूरी तरह से कमर कस ली है। महिलाओं का कहना है कि यहां पर रहने वाले लोग अपनी छाती तानकर उपद्रवियों के सामने खड़े रहते हैं। हमारे साथ गलत किया जा रहा है। हम यहीं जिएंगे और मरेंगे। किसी की दम हो तो जमीन छीन कर दिखाए। साथ ही सरकार विरोधी नारेबाजी भी चल रही है।
क्यों मामले ने पकड़ ली तूल
कानपुर हिंसा के बाद योगी सरकार ने बुलडोजर कार्यवाही के निर्देश दिया। इसी के चलते सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल होने लगा कि लोग योगी सरकार और बुलडोजर एक्शन की वजह से अपने घरों को छोड़कर जा रहे हैं। इस मैसेज के वायरल होने के साथ ही पुलिस में हड़कम्प मच गया। एडीसीपी वेस्ट राहुल मिठास चन्द्रेश्वर हाता पहुंचे। एडीसीपी वहां पर लोगों को यह समझाने गए थे कि वह ऐसा कोई कदम न उठाए। मगर वहां पर नजारा कुछ और ही निकला। उल्टा वहां के रिहायशी लोगों ने उल्टा एडीसीपी से यह कहा कि चाहे कुछ भी हो जाए वह अपनी जमीन अपना घर किसी कीमत पर खाली नहीं करेंगे। देखते देखते विरोध प्रदर्शन बढ़ गया।
ऐसे लगी पलायन की आग
हाते के दो मकानों पर ताला देखने के बाद एडीसीपी इस्ट ने उनके बारे में जानकारी जुटाई। जिसपर पता चला कि एक घर केस्को से रिटायर कर्मी अशोक वर्मा का है जो बवाल से पहले ही हैदराबाद अपने बेटे के पास घूमने चले गए हैं। दूसरा घर जगत पुरी का है। इनकी जनरलगंज में दुकान है। यह दुकान खोलने चले गए थे। हाते के मुहाने पर ही एक घर में दूसरे पक्ष का छोटू रहता है। वह जरुर घर में ताला लगाकर कहीं चला गया है। ऐसे घरों में ताले देखकर लोगों ने पलायन अफवाह फैला दी।
विधायकों के खिलाफ फूटा लोगों का गुस्सा
लोगों ने सपा विधायकों के खिलाफ नाराजगी जाहिर की। कहना है कि बवाल के बाद अब तक विधायक देखने तक नहीं आए। ऐसे में लोगों विधायक के नाम के ऊपर पेंट कर दिया। कहना है कि रिहायशी इलाके में विधायक प्रवेश नहीं कर सकते हैं। एक तरफ सपा विधायक के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया।
Updated on:
09 Jun 2022 10:13 am
Published on:
09 Jun 2022 10:11 am
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