पिछले दिनों गाय के नाम पर वाहवाही लूटने वालों ने अखलाक को मौत के घाट उतार दिया। शहर के महाराजपुर थाने में गाय के अवशेष मिलने पर लोगों ने शक के अधार पर एक मुस्लिम युवक के परिवार को गांव से निकाल दिया। लेकिन शहर से सटे भौती गौशाला में भूसा खत्म हो जाने के चलते पांच सौ से ज्यादा गाय 72 घंटे से भूख के चलते तड़प रही हैं। वहीं तीन दर्जन गाय बीमार पड़ गई हैं। आपको बता दें कि भौती गौशाला में तीन महीने पहले संगठन का चुनाव हुआ था। नए पदाधिकारी चुन कर आए थे, लेकिन कार्यभार संभालने के बाद से ही गायों की दुर्दशा शुरु हो गई। गायों के भोजन पानी के लिए खाते में करोड़ो रुपए जमा होने के बावजूद भौती गौशाला में हरी घास और भूसे की कमी है। गौशाला में मौजूद पांच सौ से ज्यादा गाय को एक हफ्ते से दिन में एक किलो भूसा दिया जा रहा है, जबकि अगर पशु चिकित्सिक की मानें तो गाय को दिनभर में आठ किलो भूसे के अलावा दो किलो हरी घास देनी चाहिए।