
वह ट्रेन के आगे कूद गया शरीर दो टुकड़ों में बंट गया, आंसू बहते रहे और अंत में आंखें बंद हो गईं, वजह जानेंगे तो आएगा गुस्सा
यह खबर पढ़कर आपकी आंखों के पोर भीग जाएंगे और यदि बहुत भावुक हुए तो हो सकता है कि आप सिसकियां भरने लगे। खबर ही कुछ ऐसी है। आफिस में काम का दबाव कुछ ऐसा हो रहा है कि आदमी कब कैसा कदम उठा ले कोई कह नहीं सकता है। सोमवार शाम को कानपुर में एक रेलवे कर्मचारी ट्रेन के आगे कूद गया। ट्रेन के सभी डिब्बे उसके ऊपर से गुजर गए। और शरीर दो हिस्सों में बट गया। कमर के नीचे का हिस्सा शरीर से अलग हो गया। वह मौजूद लोगों ने बताया कि, उसके आंखों से आंसू निकल रहे थे। आंखें बार बार उपर नीचे हो रहीं थी। उसकी आंखें बंद हो गईं। अंत में मौत ने उसे अपनी हाथों में समेट लिया। वजह जानेंगे तो सिर्फ अफसोस होगा।
पांच वर्ष का बेटा भी है
मृत्यु को गले लगाने वाले रेलवे कर्मी का नाम रमेश यादव है। वह रेलवे में ट्रैकमैन के पद पर पनकी में कार्यरत था। वह फजलगंज स्थित तेजाब मिल रेलवे कॉलोनी में रहता था। फतेहपुर के भटपुरवा का रहने वाला था। उसका एक पांच वर्ष का बेटा भी है।
और वह ट्रेन के सामने कूद गया
वह वजह जिसने रमेश को तोड़ दिया और उसने यह खतरनाक कदम उठाया जानेंगे तो आज के माहौल को देखते हुए अधिक ताज्जुब नहीं होगा। रमेश के परिजनों ने बताया कि, रमेश के साले का मंगलवार को तिलक समारोह था और शादी 19 फरवरी तय थी। तिलक में जाने के लिए रमेश ने अपने इंचार्ज से छुट्टी मांगी थी। पर छुट्टी नही मिली। इससे नाराज होकर सोमवार शाम रमेश पनकी स्टेशन पर ट्रेन के सामने कूद गया। और उसकी दर्दनाक मृत्यु हो गई।
मौत की सूचना पर कोहराम
सूचना पर जीआरपी सिपाही मौके पर पहुंचें। उन्होंने ट्रैकमैन रमेश के शव जब्त किया। और परिवार को इस दुर्घटना की जानकारी दी। मौत की सूचना पर कोहराम मच गया।
पिता-ससुर दोनों रेलवे में करते थे नौकरी
बताया जा रहा है कि ट्रैकमैन रमेश के पिता भी रेलवे में नौकरी करते थे। उनकी जगह ही रमेश यादव की नौकरी ट्रैकमैन के स्थान पर लगी थी। रमेश यादव के ससुर रामचंद्र यादव भी रेलवे में थे। जो रमेश के पिता धर्मपाल यादव के दोस्त थे। दोनों फतेहपुर के ही रहने वाले थे।
अधिक मात्रा में खून बहा
सीएसजीएम विश्व विद्यालय कानपुर के हेल्थ साइंस डिपार्टमेंट के डायरेक्टर डॉ. प्रवीण कटियार ने बताया कि, खून अधिक मात्रा में बहने से शरीर के अंग शून्य पड़ जाते हैं और दर्द खत्म हो जाता है। और यह भी निर्भर करता है कि व्यक्ति कितना दर्द बर्दाश्त कर सकता है।
Published on:
15 Feb 2022 01:03 pm
बड़ी खबरें
View Allकानपुर
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
