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पश्चिमी विक्षोभ पड़ा कमजोर, पिछले 7 साल बाद दिसंबर महीना सबसे गर्म

दिसंबर 2023 का महीना पिछले 7 सालों में सबसे गर्म महीना रहा है कृषि मौसम वैज्ञानिक ने किया जानकारी दी उन्होंने बताया कि इस वर्ष शीत लहर या शीत दिवस भी नहीं चली है। ‌

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पश्चिमी विक्षोभ पड़ा कमजोर, पिछले 7 साल बाद दिसंबर महीना सबसे गर्म

कानपुर: पश्चिमी विक्षोभ पड़ा कमजोर, पिछले 7 साल बाद दिसंबर महीना सबसे गर्म

भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार दिसंबर महीना पिछले 7 सालों में सबसे गर्म रहा। अधिकतम तापमान का औसत 24.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। 2016 में अधिकतम तापमान का औसत 24.5 डिग्री था। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के कृषि मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर एसएन सुनील पांडे ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 30 दिसंबर तक एक भी शीतलहर या शीत दिवस दर्ज नहीं हुआ है। इसके पहले 2017 के दिसंबर महीने में भी एक भी शीतलहर या शीत दिवस दर्ज नहीं किया गया था।

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डॉ एस एन सुनील पांडे ने बताया कि दिसंबर महीना काफी गर्म रहा। इस महीने में एक भी शीतलहर या शीत दिवस नहीं पड़ा। 2023 की तुलना में 2022 में के दिसंबर महीने में शीतलहर और शीत लहर दोनों पड़े थे। दिसंबर महीने में पश्चिमी विक्षोभ का असर भी काफी कम दिखाई पड़ा। ‌ दिसंबर 2023 में औसत न्यूनतम तापमान करीब 8. 47 डिग्री सेल्सियस था। जो 6 साल बाद दिसंबर 2023 में दर्ज हुआ है।

न्यूनतम तापमान में भी काफी अंतर

कृषि मौसम वैज्ञानिक के अनुसार 2017 में औसत न्यूनतम तापमान 9.1 डिग्री दर्ज किया गया था। मौसम की दशाओं में आए बदलाव के कारण दिसंबर महीना गर्म रहा। डॉ सं सुनील पांडे के अनुसार मौसम में आए बदलाव के कर्म को जानने के लिए या जलवायु परिवर्तन का पता लगाने के लिए विशेषज्ञ के अध्ययन की जरूरत है जिससे ही सही जानकारी मिल सकती है।