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क्षमा, रेखा, खुशी का विकास दुबे कांड से है गहरा नाता, इसलिए पहुंची सलाखों के पीछे

धीमे-धीमे बिकरू कांड (Bikru Case) में लिप्त महिलाओं की भूमिका भी उजागर हो रही है। ताजा मामले में बिकरू कांड में जेल भेजी गई विकास दुबे (Vikas Dubey) के करीबी अमर दुबे की पत्नी खुशी के खिलाफ पुलिस को पर्याप्त सबूत मिले हैं।

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Vikas Dubey

Vikas Dubey

पत्रिका न्यूज नेटवर्क.
लखनऊ. बिकरू कांड (Bikru Kand) को दो माह बीत चुके हैं, लेकिन अब भी इससे जुड़े कई राज खुल रहे हैं। अधिकतर अपराधियों को एनकाउंटर में मार गिराया गया, तो कई अपराधी जेल की सलाखों के पीछे पहुँच गए हैं। वहीं धीमे-धीमे मामले में लिप्त महिलाओं की भूमिका भी उजागर हो रही है। ताजा मामले में बिकरू कांड में जेल भेजी गई विकास दुबे (Vikas Dubey) के करीबी अमर दुबे (Amar Dubey) की पत्नी खुशी (Khushi Dubey) के खिलाफ पुलिस को पर्याप्त सबूत मिले हैं। इससे पहले मामले से शामिल क्षमा और रेखा को पहले ही जेल में भेजा जा चुका है। इनके नाम ज्यादा सुर्खियों में तो नहीं आए, लेकिन इन सभी की किसी न किसी रूप से बिकरू कांड में आठ पुलिस वालों की नृशंस हत्या में भागीदारी थी। किसी ने मदद के लिए आए पुलिस वालों को शरण देने से मना किया था, तो किसी ने बदमाशों को पुलिस के आने की जानकारी देने का काम किया था। पुलिस इनसे जुड़े कई और साक्ष्य जुटाने में लग गई है। आपको बता दें कि बिकरू कांड में पुलिस ने 21 को नामजद करते हुए जांच के दौरान 39 और लोगों को आरोपी बनाया था। इसमें 35 लोगों को जेल भेजा जा चुका है। आईजी मोहित अग्रवाल ने बताया कि पकड़े गए सभी आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर के साथ-साथ एनएसए की भी कार्रवाई की जाएगी। वहीं जिनका आपराधिक इतिहास ज्यादा है उनकी संपत्ति कुर्क की जाएगी। निम्न जानें क्या थी बिकरूकांड में महिलाओं की भूमिका-

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खुशी- खुशी बिकरू कांड के आरोपी अमर दुबे की पत्नी है। विकास दुबे के खास अमर दुबे को हमीरपुर में एसटीएफ ने मार गिराया था। उसकी पत्नी खुशी को साजिश में शामिल होने के आरोप में पुलिस ने जेल भेज दिया था। हालांकि पर्याप्त सुबूत न मिलने के कारण खुशी की रिहाई की तैयारी भी थी, लेकिन इस बीच विकास के साथी शशिकांत की पत्नी मनु की कॉल रिकॉर्डिंग वायरल हो गईं, जिससे खुशी जांच के घेरे में आ गई। मामले की पड़ताल की गई तो खुशी के खिलाफ भी साजिश में शामिल होने के साक्ष्य मिले। आईजी मोहित अग्रवाल का कहना है कि खुशी के खिलाफ कई साक्ष्य मिले हैं। उसे भी क्षमा, रेखा और शांति की तरह जेल में ही रहना पड़ेगा। अमर और खुशी की शादी 29 जून को हुई थी। 30 को वह बिकरू पहुंची थी। दो जुलाई की रात को बिकरू कांड हुआ था। लेकिन खुशी के खिलाफ पुलिस कोई खास सुबूत नहीं जुटा पाई थी।

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क्षमा दुबे - क्षमा उर्फ रेनू दुबे पुलिस मुठभेड़ में मारे गए अमर दुबे की मां है। आरोप है कि क्षमा ने पुलिस की मदद करने की बजाय उनकी खबर बदमाशों को दी थी। जब विकास दुबे और उसके साथी पुलिसवालों पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर रहे थे, तब पुलिस वालों ने अपनी जान बचाने के लिए क्षमा के घर में शरण लेनी चाही, लेकिन क्षमा ने दरवाजा नहीं खोला। इसके साथ ही उसने सीढ़ी पर चढ़कर इसकी जानकारी बदमाशों को दी तो वह उसके घर के बाहर आ गए हैं।

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रेखा अग्निहोत्री- रेखा अग्निहोत्री बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे की नौकरानी है। रेखा पर आरोप है कि उसने पुलिस दल के आने की सूचना बदमाशों को दी थी। रेखा ने चिल्ला-चिल्ला कर विकास के गुर्गे को बताया कि मारो इनको, कोई भी बचकर ना जा पाए। इस सभी के खिलाफ धारा 120 बी के तहत मामला दर्ज कर लिया है।