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सरकारी योजनाओं की हकीकत की मिली झलक, पुजारी को जिंदा जलाने का मामला

सरकारी योजनाओं की हकीकत की मिली झलकसपोटरा (करौली) सरकारी योजनाएं हकीकत के धरातल पर कितनी पहुंचती है इसका अंदाजा मृतक पुजारी बाबूलाल का घर और उसकी निर्धनता को देखकर सहज लग जाता है। वर्षो से सरकार की आवास योजनाएं संचालित हैं। लेकिन बाबूलाल का परिवार छप्पर के आशियाने में रहता है। बारिश के दिनों में इस छप्पर से पानी टपकता तो परिवार को रात में सोना भी मुश्किल हो जाता था। इतना ही स्वच्छ भारत मिशन में यह परिवार शौचालय से भी वंचित है। परिवार के पास चंद दिन का आटा एक कट्टे में रखा था।

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सरकारी योजनाओं की हकीकत की मिली झलक, पुजारी को जिंदा जलाने का मामला

सरकारी योजनाओं की हकीकत की मिली झलक, पुजारी को जिंदा जलाने का मामला

सरकारी योजनाओं की हकीकत की मिली झलक
सपोटरा (करौली) सरकारी योजनाएं हकीकत के धरातल पर कितनी पहुंचती है इसका अंदाजा मृतक पुजारी बाबूलाल का घर और उसकी निर्धनता को देखकर सहज लग जाता है।
वर्षो से सरकार की आवास योजनाएं संचालित हैं। लेकिन बाबूलाल का परिवार छप्पर के आशियाने में रहता है। बारिश के दिनों में इस छप्पर से पानी टपकता तो परिवार को रात में सोना भी मुश्किल हो जाता था। इतना ही स्वच्छ भारत मिशन में शौचालय निर्माण के लिए राशि बांटी जाती रही है लेकिन यह परिवार शौचालय से भी वंचित है। परिवार के पास खाने के लिए चंद दिन का आटा एक कट्टे में रखा था। ग्रामीणों ने बताया कि पुजारी गांव के लोगों की मदद से पेट भरता रहा है। कुछ तो मंदिर पर चढ़ावा आ जाता था और कुछ गांव के लोग दान -पुण्य में उसे सूखा राशन दे देते थे। ये ही उसका पेट भरने का जरिया रहा है। बाबूलाल की एक नि:शक्त बेटी भी है। सरकार नि:शक्तों के लिए पेंशन सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराती है। परिवार वालों के अनुसार उनकी बेटी के लिए न पेंशन मिल रही और न अन्य किसी तरह की मदद। कोई कल्पना भी नहीं कर सकता कि आज के बदलते दौर में गांव के बीच एक परिवार इस तरह से निर्धनता का जीवन जीता है। ऐसे परिवार के लिए टीवी, फ्रीज जैसी आधुनिक सुविधाओं की वस्तुओं की ल्पना करना ही फिजूल है।
देश प्रदेश से आए मीडियाकर्मी और राजनीतिक लोग परिवार की दयनीय स्थिति को देख द्रवित हो गए। मौके पर ही परिवार के सहायता के हाथ बढ़े। सरकारी योजनाओं से पूरी तरह से महरूम इस परिवार के लिए निर्धनों को संचालित सरकारी योजनाओं का लाभ दिए जाने की मांग भी इसी कारण से धरना स्थल से उठाई गई। प्रशासन के समक्ष भी ये मांग रखी जिस पर प्रशासन के अफसरों ने सहमति व्यक्त की। अब पुजारी के परिवार को पक्के आवास के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना में घर निर्माण को राशि मिलेगी।
सहायता के लिए बढ़े हाथ
सपोटरा (करौली) मृतक पुजारी बाबूलाल के परिवार के लिए विभिन्न संगठनों और राजनेताओं ने सहायता के लिए हाथ बढ़ाए हैं। सबसे पहले डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने मृतक के घर पहुंच कर पत्नी के लिए एक लाख रुपए की राशि सहायता बतौर सौंपी। इसके बाद सांसद मनोज राजोरिया ने भी एक लाख रुपए प्रदान किए। इसी क्रम में विप्र फाउण्डेशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच ने २ लाख रुपए की राशि संगठन की ओर से देकर परिवार की मदद की। दाधीच ने ये भी विश्वास दिलाया कि वे इस परिवार के लिए और मदद के लिए भी प्रयास करेंगे। धरना स्थल पर डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने इस सहायता की जानकारी देते हुए सभी ग्रामीणों से अपील की कि वे भी अपनी सामथ्र्य के अनुसार निर्धन परिवार की मदद के लिए आगे आएं।