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आसानी से उपलब्ध अवैध हथियार, पनप रहे गुंडे-मवाली

Illegal weapons readily available, goons and moms flourishबढ़ रहीं वारदातें और पुलिस के हाथ खाली

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आसानी से उपलब्ध अवैध हथियार, पनप रहे गुंडे-मवाली

आसानी से उपलब्ध अवैध हथियार, पनप रहे गुंडे-मवाली


हिण्डौनसिटी. अपराधों के मामले में आगरा को चुनौती दे रहे करौली जिले के सबसे बड़े हिण्डौन उपखंड क्षेत्र में अवैध असलहा आसानी से उपलब्ध है। इलाके में अवैध देशी पिस्टल, रिवाल्वर और कट्टा रखने वालों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। स्वयं को मजबूत करने के लिए गुंडे-मवाली सरीखे बदमाश अवैध हथियार जुटाने में लगे हैं। उत्तरप्रदेश व हरियाणा से भरतपुर के रास्ते यहां तक धड़ल्ले से हथियारों की सप्लाई की जा रही है। इसके अलावा क्षेत्र में भी कई लोग अवैध हथियार बनाने के काले कारोबार से जुड़े हुए हैं। पूर्व में कई बार अवैध हथियारों का जखीरा पकड़ा जा चुका है, लेकिन किसी भी मामले में पुलिस तह तक नहीं पहुंच पाई।

हैरान करने वाली बात यह है कि हथियारों के मामलों में पकडे गए आरोपियों को रिमांड पर लेकर पुलिस द्वारा पूछताछ तो की जाती है, लेकिन इनकी खरीद-फरोख्त व सरगना के बारे में ज्यादा कुछ नहीं उगलवा पाती। यही वजह है कि क्षेत्र के सदर थाना इलाके से लेकर अहिंसा नगरी श्रीमहावीरजी के गावों में अवैध असलहा कारोबार बेखौफ फलफूल रहा है। हिण्डौन सर्किल के पांच थानों की पुलिस द्वारा पिछले 19 माह में पकड़़े गए अवैध हथियार रखने के 86 मामले इसकी बानगी बयां कर रहे हैं।

खराब हो रही अमन पसंद इलाके की फिजां-
रास्ता चाहे जो भी हो, पर क्षेत्र में दूसरे इलाकों से हथियारों की बड़ी खेप लगातार पहुंच रही है। इसी का नतीजा है कि यहां हर माह अवैध देशी तमंचे (कट्टा), पिस्टल, रिवॉल्वर, रामपुरी चाकू, छुरा या कोई हथियार बरामद हो रहा है। जबकि कार्रवाई के नाम पर पुलिस केवल आम्र्स एक्ट की धाराएं लगाकर बैठ जाती है। अवैध हथियार आ कहां से रहें है या इस काले कारोबार में कौन-कौन लोग जुड़े हुए है, यह जानने की कतई कोशिश नहीं की जाती। पुलिस ने कभी भी मामले की जड़ तक जाने की कोशिश नहीं की। अवैध हथियारों के दम पर अमन पंसद इलाके की फिजां को खराब किया जा रहा है।

पिछले दिनों में इन्हीं हथियारों से हत्या और लूट की कई वारदातें हो चुकी हैं। इन वारदातों के बाद भी पुलिस अवैध हथियारों के कारोबार पर रोक लगाने में नाकाम साबित हुई है। पुलिस सूत्रों के अनुसार जनवरी 2019 से जुलाई 2020 तक हिण्डौन कोतवाली, नई मंडी थाना व सदर थाना, सूरौठ थाना व श्रीमहावीरजी थानों की पुलिस ने 86 मुकदमे दर्ज कर अवैध हथियारों के साथ इतने ही लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इन मामलों में पकड़े गए बदमाशों के कब्जे से देशी कट्टों के अलावा विदेशी पिस्टल, रिवॉल्वर, जिंदा कारतूस व रामपुरी चाकू, छुरी भी बरामद किए हैं। आंकडों पर गौर करें तो पुलिस ने हिण्डौन सर्किल क्षेत्र में वर्ष 2018 में 44 व 2017 में 31 मामले दर्ज कर अवैध हथियार बरामद किए थे।

शहर से लेकर गावों तक फैला है अवैध हथियारों का जाल-
सूत्रों के अनुसार अवैध हथियार रखने के अधिकांश मामले ग्रामीण क्षेत्रों के सामने आ रहे हैं। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि बदमाशों की जडं़े गांव की गलियों में जम रहीं हैं। पुलिस के आंकड़े यह सच्चाई बयां कर रहे हैं। पुलिस के मासिक क्राइम रिकॉर्ड के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो पता चलता है कि पिछले 7 महिने में अवैध हथियार रखने के सर्वाधिक 9 मामले सदर थाने पर दर्ज किए हैं। जबकि इसके बाद नंबर आता है हिण्डौन कोतवाली थाने का। जहां इस साल जनवरी से जुलाई तक 7 लोगों को गिरफ्तार कर अवैध हथियार बरामद किए हैं। डेढ़ वर्ष पहले ही खुले नई मंडी थाना पुलिस ने अवैध हथियारों के साथ घूमते हुए 7 माह में 6 लोग गिरफ्तार किए हैं।

विधायक पर भी तानी जा चुकी अवैध पिस्टल-
अवैध हथियारों के दम पर बढ़ती गुंडई से क्षेत्रीय विधायक भी अछूते नहीं रहे। विगत 24 जून को अपने स्टेशन रोड़ स्थित आवास पर जनसुनवाई के दौरान बाल अपचारी द्वारा जो पिस्टल विधायक भरोसी लाल जाटव पर तानी गई थी, वह पुलिस जांच में अवैध पाई गई थी। पुलिस जांच में यह भी पाया गया कि आरोपी ने हमले से कुछ दिन पहले ही श्रीमहावीरजी के अकबरपुर निवासी एक जने से 35 हजार रुपए में पिस्टल खरीदी थी। हालांकि इस मामले में पुलिस ने बाल अपचारी के अलावा अवैध हथियार बेचने वाले व एक अन्य सहयोगी को गिरफ्तार किया था।

5000 में तमंचा और 35 हजार रुपये तक में बिकती है पिस्टल
सूत्रों के अनुसार उपखंड क्षेत्र में तमंचा (देशी कट्टा) 5000 से लेकर 7000 रुपए तक और पिस्टल 35 हजार से 50 हजार रुपए तक में बेची जाती है। सूत्रों के अनुसार हथियार सप्लाई करने वाले सत्ताधीशों के करीबी और पुलिस से भी सांठगांठ करके रखते हैं। ऐसे में पुलिस भी इन पर कार्रवाई से बचती है। (पत्रिका संवाददाता)

नाकाबंदी बढ़ा कर करेंगे बदमाशों पर सख्ती-
अवैध हथियारों के मामलों में पुलिस गहनता से जांच करती है। क्षेत्र के सभी थानों की पुलिस को दिन-रात प्रभावी नाकाबंदी कर बदमाशों की धरपकड़ के लिए टॉस्क दिया जाएगा।
-किशोरी लाल, पुलिस उपाधीक्षक, हिण्डौनसिटी।