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मनरेगा में गड़बड़ियों पर लगेगा अंकुश, पलक झपकते ही श्रमिकों की लगेगी हाजिरी

महात्मा गांधी नरेगा योजना में गड़बड़ियों को रोकने के लिए अनेक जतन किए जा रहे हैं। इसी क्रम में अब अनियमितताओं पर अंकुश लगाने के लिए सरकार की ओर से नई कवायद शुरू की गई है।

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प्रतीकात्मक तस्वीर

MNREGA: करौली जिले में महात्मा गांधी नरेगा योजना में गड़बड़ियों को रोकने के लिए अनेक जतन किए जा रहे हैं। इसी क्रम में अब अनियमितताओं पर अंकुश लगाने के लिए सरकार की ओर से नई कवायद शुरू की गई है। इसके तहत अब श्रमिकों की वास्तविक हाजिरी दर्ज करने के लिए नई तकनीक का सहारा लिया जाएगा। यानि एआई तकनीक को हाजिरी के ऐप में शामिल किया जा रहा है, जिसके अन्तर्गत अब श्रमिक की हाजिरी पलक झपकने तथा हैड काउंट होंगे, उसी के अनुसार एनएमएमएस नेशनल मोबाइल मॉनीटरिंग सिस्टम पर हाजिरी दर्ज होगी। इसका बड़ा फायदा यह होगा कि इससे फर्जी हाजिरी पर लगाम लग सकेगी।

हालांकि सरकार की ओर से एनएमएमएस ऐप के जरिए श्रमिकों की उपस्थिति दर्ज की जा रही है, लेकिन अभी भी उसमें गड़बड़ियों की आशंका रहती है। ऐसे में एनएमएमएस ऐप में अब नई तकनीक जोड़ी जाएंगी। इसके लिए ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग की ओर से कार्मिकों को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि एनएमएमएस ऐप अपडेट करने की प्रक्रिया चल रही है। शीघ्र ही यह अपडेट होगा।

जिला परिषद सूत्रों के अनुसार वर्तमान में बीते वर्षों से मनरेगा के तहत एनएमएमएस ऐप के जरिए श्रमिकों की हाजिरी तो की जा रही है, लेकिन अभी भी उसमें एक ही श्रमिक की दोहरी फोटो, पुरानी फोटो अपलोड करने की शिकायते मिलती रही हैं। ऐसे में पारदर्शिता को लेकर सवाल उठते रहे हैं, अब नई तकनीक से हाजिरी होने से इस पर अंकुश लग सकेगा।

दो टाइम होगी हाजिरी

विशेष बात यह है कि एनएमएमएस ऐप के जरिए अब कार्यस्थल पर दिन में दो बार श्रमिकों की उपस्थिति दर्ज की जाएगी। इसमें सुबह और दोपहर बाद हाजिरी की व्यवस्था लागू होगी।

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मेट की भी होगी मैपिंग

नई व्यवस्था के तहत ऐप में अब संबंधित मेट की भी मैपिंग की जाएगी। सूत्रों के अनुसार इसका फायदा यह होगा कि संबंधित मेट ही मस्टररोल की पूर्ति कर सकता है। संबंधित मेट की मैपिंग होने से पारदर्शिता आएगी।

मनरेगा कार्यों में पारदर्शिता को लेकर अब एनएमएमएस ऐप को अपडेट किया जा रहा है। इसमें अब एआई को शामिल किया जाएगा। इसके लिए कवायद चल रही है। उच्च स्तर से तकनीकी अधिकारियों की ओर से इस संबंध में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। नई तकनीक के तहत ऐप में आंख झपकने और हैड काउंट करने की सुविधा लागू होगी, जिससे कार्यस्थल पर मौजूद वास्तविक श्रमिकों की ही हाजिरी दर्ज होगी।- ज्योर्तिमय मुखर्जी, एमआईएस मैनेजर, जिला परिषद करौली

मनरेगा योजना में कार्यस्थलों पर श्रमिकों की वास्तविक उपस्थिति की हाजिरी दर्ज करने के उद्देश्य से अब आंख झपकने और हैड काउंट के जरिए किए जाने की कवायद की जा रही है। इससे कार्य में पारदर्शिता आएगी। इस तकनीक के लिए पिछले दिनों उच्च स्तर से वीसी भी हुई है। इसके जल्द लागू होने की उम्मीद है।- चेतराम मीना, अधिशासी अभियंता, मनरेगा, करौली