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आधे से भी कम आए श्रमिक, शहरी रोजगार गारंटी योजना में नहीं दिखा रुझान

Less than half of the workers came, the trend did not show in the urban employment guarantee scheme दोपहर बाद कार्य स्थलों से लौट गए श्रमिक, मौके पर मिले मेट

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 आधे से भी कम आए श्रमिक, शहरी रोजगार गारंटी योजना में नहीं दिखा रुझान

आधे से भी कम आए श्रमिक, शहरी रोजगार गारंटी योजना में नहीं दिखा रुझान

हिण्डौनसिटी. इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना में रोजगार के पाने के लिए लोगों में अपेक्षित रुझान नही है। योजना के शुभारंभ के दूसरे दिन शनिवार को छह स्थानों की मस्टररोलों में नियोजित में से आधे श्रमिक भी काम करने नहीं पहुंचे। सुबह देर से पहुंचे श्रमिक दोपहर बाद दो बजे ही लौट गए। ऐसे में कुछ घंटे कार्य होने के बाद कार्यस्थलों पर मेट ही नजर आए।
प्रदेश स्तरीय उद्घाटन के बाद शुक्रवार को मस्टरोलों पर श्रमिकों से सांकेतिक तौर पर कार्य कराया गया। शनिवार सुबह से कार्य स्थलों पर कामों की नियमित शुरआत के लिए श्रमिकों को बुलाने के लिए मेटों को जिम्मा सौपा गया। मेटों की सूचना पर मस्टररोलों में नियोजित श्रमिकों का निर्धारित समय 8 बजे से देर तक आना जारी रहा। लेकिन के मस्टररोलों दर्ज श्रमिकों में आधे कार्य स्थल पर पर पहुंचे। सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक के कार्य समय के दोपहर तक कार्य करने के बाद विश्राम समय दो बजे अधिकांश स्थानों से श्रमिक लौट गए। दोपहर बाद 3 बजे जलसेन तालाब पर रामलीला मैदान के पास कार्य स्थल मैट ही बैठे मिले। कमोबेश यह स्थिति अन्य मस्टररोलों के कार्यस्थलों पर भी देखी गई। शहरी रोजगार गारंटी योजना के प्रभारी प्रेमराज मीणा ने बताया कि 9 से 15 सितम्बर तक की मस्टररोलों पर छह स्थानों पर 400 श्रमिकों को रोजगार के लिए नियोजित किय गया। इनमें से करीब 200 श्रामिक ही कार्यस्थलों पर पहुंच पाए। सोमवार से मस्टररोल में दर्ज श्रमिकों को कार्य स्थल पर बुलाया जाएगा।

इन स्थानों में इतनों को रोजगार-
योजना प्रभारी ने बताया जलसेन तालाब व प्रहलाद कुण्ड में पेटे की खुदाई कार्य के लिए क्रमश: 150 स 170 श्रमिकों के नियोजित किया गया है। वहीं झाडी कटाई के लिए 220 केवी से बाइपास रोड पर 50 व खरेटा रोड से बाघा वाले हनुमान मंदिर तक 10 तथा मोहन नगर व भारत टेंट हाउस से बारोलिया पेट्रोल पम्प तक नाली सफाई के लिए 10-10 श्रमिकों को मस्टरोल में नियोजित किया गया है।

कई किलोमीटर दूर मिला काम-
शहरी रोजगार गारंटी योजना के पहली मस्टररोल में श्रमिकों को गृह वार्ड से कई किलोमीटर दूर कार्य आवंटित हुआ है। सुबह मेटों द्वारा कार्यस्थल की जानकारी देने पर एकबारगी श्रमिक चकित रह गए कि, भला इतनी दूर कैसे जाएंगे। एक मेट ने बताया कि महवा रोड 220 केवी के पास के पास के लोगों को जलसेन और प्रहलाद कुण्ड पर खुदाई कार्य की मस्टररोल में नियोजित किया गया है। ऐसे में 20-30 रुपए खर्च कर टेम्पो से कार्यस्थल पर पहुंचे श्रमिक रोजाना आने में ना-नुकर करते नजर आए। श्रमिकों ने वार्ड क्षेत्र व समीप के वार्ड में ही मस्टररोल शुरू कर कार्य देने की मांग की।