मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जयपुर प्रथम के अधिकारियों ने विधायक राजवी को अपनी निगरानी में ले लिया है। वहीं राजधानी जयपुर में विधायक के स्वाइन फ्लू की पुष्टि के बाद चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई है।
राजधानी जयपुर में अब तक स्वाइन फ्लू से 27 मौत हो गई हैं और 600 से ज्यादा लोग स्वाइन फ्लू का दर्द झेल रहे है। वहीं प्रदेश में स्वाइन फ्लू से 81 लोगों की मौत हो गई है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ अधिकारी जयपुर प्रथम से मिली जानकारी के अनुसार जयपुर के विधायक नगर से भाजपा विधायक नरपत सिंह राजवी को बुखार की शिकायत के बाद बुधवार को उनकी स्वाइन फ्लू जांच कराई गई। जांच में राजवी स्वाइन फ्लू पॉजिटिव पाए गए हैं। उनको सिविल लाइंस स्थित आवास पर रखा गया है और सीएमएचओ की टीम ने आसपास के घरों का सर्वे भी किया लेकिन कोई अन्य वहां स्वाइन फ्लू वाले जैसे लक्षणों वाला मरीज नहीं मिला।
उधर विधायक राजवी के स्वाइन फ्लू होने के बाद पूरे स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई है क्योंकि बीते साल मांडलगढ विधायक कीर्ती कुमारी की स्वाइन फ्लू से मौत हो चुकी हैं। उस समय भी एसएमएस अस्पताल में संसाधनों की कमी को लेकर विपक्षी कांग्रेस ने जबदरस्त तरीके से सरकार को घेरा था।
इधर, स्वास्थ्य विभाग कह रहा- ‘ऑल इज़ वेल’
स्वास्थ्य विभाग अब भी लगातार यही दावा कर रहा है कि स्वाइन फ्लू की रोकथाम के लिए जो इंतजाम किए गए हैं वे काफी हैं क्योंकि तापमान में एक बार फिर कमी होने के कारण स्वाइन फ्लू का वायरस एक्टिव हो गया है। प्रदेश में लगातार स्वाइन फ्लू से हो रही मौत का आंकडा बढने के बाद अब विभाग तर्क दे रहा है कि तापमान में उतार चढाव के चलते स्वाइन फ्लू का वायरस फिर से एक्टिव हो गया है। ऐसी स्थिति में लगातार पॉजिटिव मरीज भी समाने आ रहे हैं और मौंत का आंकडा भी ज्यादा है। इस बार भी पिछले सालों की तुलना में जयपुर और जोधपुर स्वाइन फ्लू के निशाने पर है। वहीं अब कोटा में भी स्वाइन फ्लू के मामले भी आना शुरू हो गए है।
स्वास्थ्य विभाग अब भी लगातार यही दावा कर रहा है कि स्वाइन फ्लू की रोकथाम के लिए जो इंतजाम किए गए हैं वे काफी हैं क्योंकि तापमान में एक बार फिर कमी होने के कारण स्वाइन फ्लू का वायरस एक्टिव हो गया है। प्रदेश में लगातार स्वाइन फ्लू से हो रही मौत का आंकडा बढने के बाद अब विभाग तर्क दे रहा है कि तापमान में उतार चढाव के चलते स्वाइन फ्लू का वायरस फिर से एक्टिव हो गया है। ऐसी स्थिति में लगातार पॉजिटिव मरीज भी समाने आ रहे हैं और मौंत का आंकडा भी ज्यादा है। इस बार भी पिछले सालों की तुलना में जयपुर और जोधपुर स्वाइन फ्लू के निशाने पर है। वहीं अब कोटा में भी स्वाइन फ्लू के मामले भी आना शुरू हो गए है।