कासगंज। कासगंज हिंसा में पुत्र चंदन गुप्ता को खोने के बाद सुशील कुमार गुप्ता का पूरा परिवार टूट गया है। घर की बैठक में रखी चंदन की तस्वीर पर जब भी नजर पड़ती है, आंख आंसुओं से भर आती है। उसकी मां के गले से निवाला नहीं उतर रहा है। पत्रिका टीम जब चंदन गुप्ता के घर पहुंची, तो माहौल बेहद गमगीन दिखा। पिता सुशील कुमार गुप्ता से बात हुई, तो उन्होंने चंदन के बारे में बताया। पिता ने बताया कि सेवा भाव चंदन के अंदर बहुत था। चंदन और उसके कुछ दोस्तों ने रक्त के जरूरतमंद लोगों के लिए एक पूरी टीम तैयार की थी। इस टीम के हर सदस्य ने अपने ब्लड की जांच कराने के बाद ब्लडग्रुप लिखा हुआ था। इस टीम के द्वारा कासगंज जिले में ब्लड बैंक, क्लीनिक और मेडीकल स्टोर पर अपने नंबर दर्ज कराए थे। उन्होंने बताया कि बीते वर्ष चंदन ने तीन बार रक्तदान किया। बड़ी बात ये है कि उसने जिन्हें रक्त दिया, वे सभी मुस्लिम थे और आज उन्हीं ने उसकी जान ले ली।