
गर्भवती महिला की मौत के बाद भी अस्पताल में घंटों इलाज करते रहे डॉक्टर, पुलिस पहुंची तो हुए फरार
आप में से कई लोगों ने बॉलीवुड की अक्षय कुमार अभिनीत फिल्म 'गब्बर इज बैक' तो देखी ही होगी। फिल्म में एक निजी अस्पताल युवक की मौत के बाद भी उसके परिजदन से रुपए ऐंठने के लिए घंटों डेडबॉडी का इलाज करता रहता है। खैर, वो तो एक फिल्मी कहानी थी, जिसके चित्रण से पहले ही निर्देशन ने उसे काल्पनिक स्वीकार किया था। लेकि, मध्य प्रदेश के कटनी जिले में एक निजी अस्पताल हकीकत में ऐसा है, जो मरीज की मौते के घंटों बाद तक भी उसका इलाज करता रहता है।
बताया जा रहा है कि, उमरिया जिले के चंदिया में रहने वाली गर्भवती महिला लक्ष्मी विश्वकर्मा को इलाज के लिए रविवार की सुबह 9 बजे डॉक्टर रूपा लालवानी के नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था। इसी रात करीब 8 बजे नर्सिंग होम से कुछ दूरी पर स्थित अन्य निजी धर्मलोक अस्पताल एंबुलेंस से भेजा। जहां धर्मलोक के डॉक्टरों ने एंबुलेंस में ही देखते हुए गर्भवती महिला को मृत घोषित कर दिया। यही नहीं, धर्मलोक अस्पताल के डॉक्टरों ने पड़ताल करते हुए ये भी बताया कि, महिला की मौत हालही में नहीं, बल्कि कुछ घंटे पहले ही हो चुकी है।
नर्सिंगहोम छोड़कर भागे डॉक्टर
मृतक महिला के पति ने बताया कि इलाज के दौरान लक्ष्मी विश्वकर्मा की मौत हो गई। उसे सुबह 9 बजे डॉक्टर रूपा लालवानी के अस्पताल में भर्ती किया था। डॉक्टर ने ब्लड चढ़ाने के लिए ब्लड मंगाया और उसके बाद धर्मलोक अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। परिजन ने अस्पताल पर आरोप लगाते हुए कहा कि, महिला की मौत के बाद भी नर्सिंगहोम के चिकित्सक इलाज के नाम पर उनसे पैसे ऐंठते रहे। पीड़ित परिजन ने इसकी शिकायत पुलिस में दर्ज कराई। मामला दर्ज करने के बाद कोतवाली पुलिस जैसे ही संबंधित नर्सिंगहोम पहुंची तो उससे पहले ही वहां के सभी डॉक्टरों के साथ साथ पूरा स्टाफ नर्सिंगहोम छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने संबंधितों को काफी देर खोजने का प्रयास भी किया, लेकिन उसे कोई नहीं मिला। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल रवाना किया गया।
Published on:
27 Feb 2023 01:27 pm
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