
Board of Secondary Education Board of Madhya Pradesh Examination Start
कटनी. माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्यप्रदेश भोपाल कक्षा 10वीं बोर्ड की परीक्षा प्रारंभ हो गई हैं। मंगलवार को पहला पेपर संस्कृत विषय का हुआ। चाक-चौबंद व्यवस्था के बीच जिलेभर में परीक्षा हुई। पहल पर्चा संस्कृत का होने के कारण विद्यार्थियों में तनाव कम दिखा। परीक्षा देने जाने से लेकर वापस लौटने तक परीक्षार्थी प्रसंन्नचित नजर आए। जानकारी के अनुसार कक्षा 10वीं संस्कृत की परीक्षा में 19 हजार 369 परीक्षार्थियों को शामिल होना था। इसमें से 18 हजार 800 परीक्षा शामिल हुए और 569 अनुपस्थित रहे। जिले में बनाए गए 99 परीक्षा केंद्रों में परीक्षा हुई। कक्षा 10वीं में नकल रोकने के लिए 29 दलों व एसडीएम के दल गठित किए गए हैं। कक्षा दसवीं के पहले पर्चे में एक भी नकल प्रकरण नहीं बना। पूरी तरह से विद्यार्थियों की जांच कर ही परीक्षा हॉल में प्रवेश दिया गया।
पांच केंद्रों का डीइओ ने किया निरीक्षण
जिला शिक्षा अधिकारी बीबी दुबे ने पांच केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। परीक्षाओं का जायजा लिया। जिला शिक्षा अधिकारी पडऱभटा, बिचुआ, भदौरा, कांटी, बरहटा केंद्र का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिन कमरों में परीक्षाएं चल रहीं थी, उनका निरीक्षण किया। किसी हालत में न नकल न करने देने के हिदायत दी।
पहले से उत्तर पुस्तिका करा लिए थे जमा
परीक्षा के दौरान एक केंद्र में मनमानी भी सामने आई है। बीबी दुबे ने बताया कि जब वे केंद्र क्रमांक 721080 बरहटा पहुंचे तो पता चला कि केंद्र में केंद्राध्यक्ष केंद्राध्यक्ष केएस मिश्रा और पर्यवेक्षकों ने परीक्षार्थियों से पहले ही उत्तर पुस्तिकाएं जमा करा ली थीं। पूछने पर बताया कि पांच मिनट पहले उत्तरपुस्तिका जमा कराई हैं। यह स्थिति 4 और 6 नंबर कक्ष की रही। इस लापरवाही पर डीइओ ने टीम लिखते हुए जवाब मांगा है।
विद्यार्थियों में झलकी खुशी
परीक्षा हॉल में प्रवेश करने से पहले जहां विद्यार्थियों के चेहरे में सुबह-सुबह खुशी थी तो वहीं एग्जाम हाल के बाहर निकलने पर भी प्रसंन्न मुद्रा में नजर आए। विद्यार्थियों का कहना था कि जो पढ़कर गए थे वहीं प्रश्नपत्र में आया। विद्यार्थियों ने कहा कि अब वे अगले परीक्षा की तैयारी में जुटेंगे।
मंदिर में की पूजा, पैरेट्स के छुए पैर
प्रश्नपत्र ठीक ढंग से बन जाए इसको लेकर विद्यार्थी भगवान की शरण में भी नजर आए। कई विद्यार्थी तैयार होकर पहले मंदिर गए पूजा की और फिर स्कूल के लिए रवाना हुए हैं। वहीं कई बच्चों ने माता-पिता के पैर छूकर प्रश्नपत्र हल करने के लिए गए। छात्राएं भी मंदिर पहुंची और भगवान से आशीर्वाद प्राप्त किया।
Published on:
04 Mar 2020 09:08 am
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