20 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

EOW Raid: धान खरीदी केंद्र के सेल्समैन के तीन ठिकानों पर छापा, आय से अधिक संपत्ति मिली

EOW Raid Katni: आर्थिक अपराध अन्वेषण प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) की टीम ने मंगलवार को कटनी के बसाड़ी क्षेत्र में धान खरीदी केंद्र के सेल्समैन सुशील गुप्ता के तीन ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। ईओडब्ल्यू की प्रारंभिक जांच में आय से 175% अधिक संपत्ति का खुलासा हुआ है।

2 min read
Google source verification

कटनी

image

Avantika Pandey

Oct 14, 2025

EOW Raid katni

EOW Raid katni (फोटो सोर्स : पत्रिका)

EOW Raid Katni: आर्थिक अपराध अन्वेषण प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) की टीम ने मंगलवार को कटनी के बसाड़ी क्षेत्र में धान खरीदी केंद्र के सेल्समैन सुशील गुप्ता के तीन ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। ईओडब्ल्यू की प्रारंभिक जांच में आय से 175% अधिक संपत्ति का खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि यह कार्रवाई धान खरीदी में गड़बड़ी, फर्जी भुगतान और रिकॉर्ड हेराफेरी की शिकायतों के बाद की गई है। सूत्रों के अनुसार, टीम ने सुबह से ही बसाड़ी में दबिश दी और सुशील गुप्ता से जुड़े तीन अलग-अलग स्थानों की तलाशी ली। इस दौरान ईओडब्ल्यू ने धान खरीदी से संबंधित रजिस्टर, किसानों के भुगतान रसीदें, बैंक पासबुक और डिजिटल रिकॉर्ड जब्त किए हैं। जब्त दस्तावेजों की बारीकी से जांच की जा रही है।

फर्जी बिल बनाकर रकम का हेरफेर

जानकारी के मुताबिक, सुशील गुप्ता धान खरीदी केंद्र में भुगतान प्रक्रिया और किसानों के बिल तैयार करने का जिम्मा संभालता था। उस पर आरोप है कि उसने कई किसानों के नाम से फर्जी बिल बनाकर रकम का हेरफेर किया। ईओडब्ल्यू की इस कार्रवाई से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है।

175 प्रतिशत आय से अधिक संपत्ति मिली

​जबलपुर ईओडब्ल्यू के डीएसपी मनजीत सिंह ने बताया कि सेल्समैन सुशील गुप्ता के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की गोपनीय शिकायत मिली थी। इसी आधार पर आज सुबह उनके निवास और फार्म हाउस पर रेड कार्यवाही की गई। ईओडब्ल्यू की प्रारंभिक जांच में आय से 175% अधिक संपत्ति का खुलासा हुआ है। वर्ष 1991 से 2019 के बीच सुशील गुप्ता की वैध आय लगभग 19 लाख बताई जा रही है, जबकि उनके नाम पर 56 लाख से अधिक की संपत्तियां और निवेश पाए गए हैं। इनमें वेयरहाउस, फार्महाउस, शहरी इलाके में जमीनें और आवासीय भवन शामिल हैं। विवेचना पूर्ण होते तक यह आंकड़ा 300 प्रतिशत के आसपास जाने की प्रबल संभावना है।