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उलझन में किसान, धान बेचे कि इ-केवायसी करवाएं: VIDEO

सरकारी खरीदी में धान बिक्री के लिए इ-केवायसी का नियम लागू होने के बाद किसान लगा रहे आधार केंद्रों के चक्कर, आधार नंबर से मोबाइल नंबर लिंक नहीं होने के कारण नहीं आ रहे एसएमएस.  

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आधार पंजीयन केंद्र बहोरीबंद में मोबाइल नंबर अपडेट करवाने अपनी बारी का इंतजार करते किसान.

कटनी. बहोरीबंद स्थित शासकीय आधार केंद्र और शासकीय महाविद्यालय में संचालित आधार केंद्र के बाहर यह भीड़ उन किसानों की है, जिनको सरकारी धान खरीदी केंद्र में समर्थन मूल्य पर धान बेचनी है। इन किसानों को अब तक धान बेचने के लिए एसएमएस प्राप्त नहीं हुआ। पता करने पर किसानों को बताया गया कि जिन किसानों का मोबाइल नंबर आधार से लिंक नहीं है, उन्हे एसएमएस नहीं मिल रहे हैं। इसके साथ ही एक बार फिर किसान उलझन में हैं। अब समस्या यह है कि किसान आधार केंद्र में दो से तीन दिन तक इंतजार के बाद मोबाइल नंबर अपडेट करवाएं या धान बिक्री के साथ ही रबी सीजन में गेंहू बोवनी की तैयारी करें।

मैसेज नहीं तो धान तुलाई नहीं
किसान प्रेमलाल, रामविशाल, हरिलाल पटेल, गुलजार सिंह, हरीलाल, हीराप्रसाद यादव, रामकुमार, रामप्रकाश लोधी, रामकृपाल, रमेश सहित अन्य किसानों ने बताया कि मैसेज नहीं आने के कारण धान की तुलाई नहीं हो पा रही है।

नए प्रयोग ने बढ़ाई किसानों की परेशानी- प्रदेश सरकार ने किसानों का आधार नंबर मोबाइल से अपडेट करने की व्यवस्था समर्थन मूल्य पर अनाज खरीदी में बिचौलियों को अलग करने के लिए लागू की है। खासबात यह है कि इसके लिए समय रहते पूरी तैयारी नहीं की गई और किसानों को ही परेशान होना पड़ रहा है।

जिम्मेदारों के बोल- खाद्य विभाग के सहायक आपूर्ति अधिकारी केएस भदौरिया का कहना है कि नई व्यवस्था में उन्ही किसानों को मैसेज जा रहा है, जिनका मोबाइल नंबर आधार से लिंक है। केंद्र में किसानों की भीड़ पर ई-गर्वनेंश से चर्चा कर रहे हैं। वहीं ई-गर्वनेंश के सौरभ नामदेव का कहना है कि सभी केंद्रों में जल्द से जल्द मोबाइल नंबर अपडेट करने के निर्देश दिए हैं।

ऐसे समझें किसानों की परेशानी
- 20 हजार से ज्यादा किसानों का जिलेभर में आधार नंबर से मोबाइल अपडेट नहीं होने की बात कह रहे विभागीय अधिकारी।
- 30 आधार केंद्र जिले में संचालित, एक केंद्र में एक दिन में 100 से ज्यादा अपडेटेशन की सुविधा।
- 10 नए आधार केंद्र खोलने के लिए आवेदन ई-गर्वनेंश विभाग में प्रक्रियाधीन।
- धान खरीदी प्रारंभ होने के बाद अब किसान आधार केंद्र में मोबाइल अपडेट करवाने परेशान होंगे तो समय पर धान बेच पाना मुश्किल होगा।