कटनी. जय-जय जगन्नाथ…, जगन्नाथ के भात को जगत पसारे हाथ, जगदीश स्वामी की जय, बम-बम भोले, जय-जय श्रीराम…। इन गगनभेदी जयघोष के बीच रथ को धीरे-धीरे खीचते श्रद्धालु…। यह नजारा था गुरुवार को शहर की सड़कों का। अवसर था भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा महोत्सव का। बड़े ही हर्षोल्लास के साथ भगवान जगन्नाथ की भव्य रथ यात्रा निकाली। रथ पर बलभद्र और सुभद्रा के साथ विराजमान भगवान जगन्नाथ की झांकी का श्रृंगार बहुत ही सुंदर और भव्य किया गया था। भक्त श्रद्धापूर्वक और भक्तिभाव से खींचते हुए ले जा रहे थे। इस दौरान रथ यात्रा जहां से भी जा रही थी, लोग भगवान का पूजन कर आर्शीवाद प्राप्त किया। अब सात दिनों तक भगवान जगन्नाथ सब्जी मंडी स्थित राधा-कृष्ण मंदिर में विराजेंगे। गतरथ यात्रा का जगह-जगह भव्य स्वागत किया गया। यात्रा का व्यापारी संगठनों, समाजसेवी संगठनोंं ने यात्रा का स्वागत किया और भगवान की आरती उतारी। दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर में भगवान की महाआरती की गई और प्रसाद का वितरण किया गया। इस दौरान जनप्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारी सहित कमेटी पदाधिकारी मौजूद थे।
गजब का है जगन्नाथ मंदिर का इतिहास: भक्त पुरी पहुंचने में हुए असमर्थ तो कटनी चले आए भगवान
पूजन के बाद हुई शुरुआत
भगवान जगदीश स्वामी की भव्य रथयात्रा पूजन के साथ जगदीश मंदिर चांडक चौक से निकाली गई। यात्रा में हर ओर गुलाब की पंखुडिय़ां समेत अबीर-गुलाल उड़ रहा था। निर्धारित मार्ग से रथयात्रा धीरे-धीरे राधाकृष्ण मंदिर पहुंचकर संपन्न हुई। रथयात्रा भगवान जगन्नाथ स्वामीजी की रथयात्रा जगन्नाथ तिराहा से प्रारंभ होते हुए आजाद चौक, शेर चौक, लक्ष्मीनारायण मंदिर, झंडा बाजार, सुभाष चौक, कमानिया गेट होते हुए सब्जी मंडी स्थित श्रीराधा-कृष्ण मंदिर पहुंची। रथयात्रा के मद्देनजर सुरक्षा, सफाई व प्रकाश व्यवस्था की व्यवस्था की गई थी। यात्रा में पुलिस अधिकारियों सहित कोतवाली, माधवनगर, कुठला व एनकेजे थाने का बल मौजूद रहा।

झांकियों ने मोहा मन
रथयात्रा के पीछे-पीछे देवी-देवताओं का स्वरूप लिए बच्चे और बड़े विराजे हुए थे। इसके साथ बैंड की धुन पर श्रद्धालु नृत्य करते चल रहे थे। रथयात्रा में अखाड़ों की मनोरम झाकियां, ग्वाल नृत्य, शैला नर्तक आकर्षण का केंद्र रहे। कई जगहों पर लोगों ने पुष्पवर्षा के साथ आरती भी उतारी। रथयात्रा के दौरान श्रद्धालुओं ने रथ खींचने की होड़ लगी रही। शाम को 5 बजे के लगभग शुरू हुई रथयात्रा देररात सब्जी मंडी स्थित मंदिर पहुंची, जहां पूजन के बाद भगवान स्थापित किए गए। झांकी और अखाड़ों का प्रदर्शन देखने भी लोगों का सैलाब उमड़ा। राधा-कृष्ण, शंकर-काली की लीलाओं का जीवंत प्रदर्शन करतीं झांकी लोगों का विशेष आकर्षण रही।
इनकी रही उपस्थिति
इस दौरान अध्यक्ष प्रमोद सरावगी, संयोजक विजय ठाकुर, सह संयोजक संजय गिरी, शिव सोनी, भोलू ठाकुर, शिशिर टुडहा, शंभू शरण मिश्रा, नटवरलाल कोटक, मुरली अग्रवाल, बसंत यादव, सुकीर्ति जैन, विजय पटेल, रमेश सोनी, राजेश तिवारी, अज्जू बडगैंया, बल्ली सोनी, मिथलेश जैन, गुमान सिंह, नीरज चौदहा, विनय दीक्षित, नरेश ताम्रकार, विनोद मिश्रा, रवि खरे, आशीष गुप्ता, डॉ. रमेश सोनी, शिल्पी सोनी, उमेश मिश्र, मृदुल द्विवेदी, मयंक गुप्ता, आशीष तिवारी, महेश शुक्ला, नारायण निषाद, भावना सिंह, प्रीति सेन, नीरा सेठिया, गीता पाठक, रुकमणि बर्मन, अंजू तिवारी, मंजूषाा गौतम, करण सिंह चौहान, राजा जगवानी, सुजीत द्विवेदी, अभिषेक ताम्रकार, गीता गुप्ता, सपना सरावगी, शाहीन सिद्दीकी सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।