राशि जारी करने की बजाय प्रतिवेदन की मांग
हैरानी की बात तो यह है कि नगर निगम राशि जारी करने की बजाय रेल अधिकारियों से प्रतिवेदन मांगा गया है। 9 अगस्त को पत्र भेजकर आयुक्त ने मांग रखी है कि वर्तमान में उक्त स्थल पर ओवरब्रिज का निर्माण चल रहा है। ऐसी स्थिति में अंडरब्रिज की ड्राइंग-डिजाइन, स्थल की उपलब्धता आदि का तकनीकी अधिकारियों से निरीक्षण, परीक्षण कराकर तकनीकी प्रतिवेदन भेजें, इसके बाद शेष राशि भेजी जाएगी।
इसलिए जरुरी है फ्लाइओर
मिशन चौक में फ्लाइओवर बनने के बाद भी शहर के लोगों की समस्या का समाधान नहीं होगा। क्योंकि चांडक चौक से आइसीएच तक फ्लाइओवर बन रहा है। ऐसे में शहर के लोगों को बरगवां, साउथ स्टेशन, मंगलनगर, लखेरा, एसीसी, ओएफके सहित इस क्षेत्र के लोगों को शहर आना होगा तो फ्लाईओर से दो किलोमीटर से अधिक की चक्कर काटना पड़ेगा, लेकिन अंडरपाथ से वे महज 50 मीटर में सफर पूरा कर सकेंगे। इस लिहाज से अंडर ब्रिज आवश्यक है।
खास-खास:
– 8 करोड़ 62 लाख 25 हजार 132 रुपये की लागत से बनना है अंडरब्रिज, रेलवे कर रहा रुपयों का इंतजार।
– 17 जनवरी 18, 10 मई 18, 9 जुलाई 18, 16 जुलाई 18, 30 जुलाई 18, 28 सितंबर 18, 5 नवंबर को भी रेलवे भेज चुका है रिमाइंडर।
– स्टीमेट एवं प्लान तैयार कराने के लिए नगर निगम 15 लाख रुपये का सीनियर डिवीजन फाइनेंस मैनेजर को कर चुका है।
– रेलवे ने 60 लाख रुपये की अतिरिक्त डिमांड की है उसकी स्वीकृति तो हुई, लेकिन राशि जारी नहीं हो पाई।
– दो बार टेंडर हुए, लेकिन पूरी राशि न जारी होने पर टेंडर का काम अटका, अब निर्माण में बाधा बनी हुई है रकम।
इनका कहना है
रेलवे द्वारा शेष राशिकी डिमांड की गई है। परिषद में स्वीकृति के बाद राशि भेजी जाएगी, ताकि अंडर ब्रिज का काम शुरू हो सके। विधानसभा और लोकसभा चुनाव की आचार संहिता व परिषद की बैठक नहीं होने के कारण प्रोजेक्ट मं विलंब हुआ है।
शशांक श्रीवास्तव, महापौर।
नगर निगम को पूर्व में भी पत्र लिखा गया है। हाल में एक फिर रिमाइंडर लेटर भेजा गया है। रेलवे स्तर पर काम लेट नहीं हो रहा। जबतक नगर निगम पूरी राशि नहीं देगी तबतक अंडब्रिज का काम शुरू नहीं हो पाएगा।
डॉ. मनोज सिंह, डीआरएम।