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इस जिले में किशोर-जवान के साथ वयोवृद्ध एकसाथ देंगे इम्तिहान, ये बनी वजह

Navbharat Literacy Test

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कटनी

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Balmeek Pandey

Feb 14, 2025

उल्लास नवभारत साक्षरता परीक्षा 16 फरवरी को, 50 हजार 465 लोग देंगे परीक्षा, 2027 तक सभी को दक्ष बनाने का लक्ष्य, पास होने पर 15 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को मिलेगा कक्षा तीसरी की दक्षता प्रमाणपत्र

कटनी. सभी साक्षर हों, कोई भी अनपढ़ न रहे…। इस लक्ष्य के तहत केंद्र सरकार द्वारा उल्लास नवभारत साक्षरता परीक्षा अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत 15 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को साक्षर बनाया जा रहा है, जिससे वे भाषा और गणित का बुनियादी ज्ञान प्राप्त कर सकें। इनकी शिक्षा लोग प्राप्त कर रहे हैं। इस कड़ी में जिले में 16 फरवरी को परीक्षा आयोजित की जाएगी। पढऩे-लिखने की क्षमता बढऩे से लोग डिजिटल माध्यमों मोबाइल, इंटरनेट, ऑनलाइन सेवाओं का उपयोग कर पाएंगे, ऑनलाइन लेन-देन, सरकारी योजनाओं की जानकारी और डिजिटल सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे। साक्षर नागरिक देश की आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक प्रगति में योगदान देंगे। 2027 तक लक्ष्य पूरा होने पर देश की अशिक्षा दर में भारी गिरावट आएगी, जिससे भारत विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में अग्रसर होगा।
इस अभियान के तहत इस साल 50 हजार 465 लोगों को दक्ष करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए 1800 सामाजिक चेतना केंद्रों में शिक्षण कार्य जारी है, जहां प्रेरकों द्वारा भाषा और संख्या का ज्ञान दिया जा रहा है। इस वर्ष पहली परीक्षा 16 फरवरी को होगी, जबकि दूसरी परीक्षा अगस्त में आयोजित की जाएगी। पढऩे-लिखने और गणित समझने की क्षमता बढ़ेगी, जिससे वे अपने दस्तावेज पढ़ सकेंगे, बैंकिंग कार्य कर सकेंगे और सरकारी योजनाओं का लाभ ले सकेंगे।

बिना प्रमाणपत्र वाले भी दे सकते हैं परीक्षा
सहायक परियोजना समन्वयक सुवरण सिंह ने बताया कि जिले में परीक्षा की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। स्कूलों में केंद्राध्यक्ष व सहायक केंद्राध्यक्षों की देखरेख में परीक्षा आयोजित की जाएगी। जो लोग पहले से पंजीकृत नहीं हैं, वे परीक्षा के दिन केंद्र में पंजीयन कराकर भी परीक्षा दे सकते हैं।


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तीन लाख लोगों को दक्ष बनाने का लक्ष्य
2011 की जनगणना के अनुसार जिले में अब भी कई लोग अशिक्षित हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए 2022-23 से यह अभियान चलाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य 2027 तक जिले के तीन लाख लोगों को साक्षर बनाना है। इस अभियान से समाज में शिक्षा की रोशनी पहुंचेगी और लोग अपने अधिकारों व कर्तव्यों के प्रति जागरूक होंगे।

जिले में यह है लक्ष्य
ब्लॉक लक्ष्य
बड़वारा 4784
बहोरीबंद 9001
ढीमरखेड़ा 6932
कटनी 9715
रीठी 8942
विगढ़ 8388

अबतक इतने लोग दे चुके हैं परीक्षा
2022-23 में आयोजित हुई परीक्षा में 13374 लोगों का लक्ष्य तय किया गया था। इसमें से 10635 ने परीक्षा दी थी। इसी प्रकार 2022-23 की दूसरी परीक्षा में 18947 के लक्ष्य के विरुद्ध 12600 ने इम्तिहान दिया था। 2023-24 में 25994 के विरुद्ध 12376 व दूसरी परीक्षा में 33903 के विरुद्ध 18565 ने परीक्षा दी थी।


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साक्षरता परीक्षा के फायदे

  • पढ़ाई करने से हर नागरिका को मिलोगा शिक्षा का अधिकार।
  • 15 वर्ष से अधिक उम्र के अशिक्षित लोगों को पढऩे-लिखने का अवसर मिलेगा।
  • समाज में साक्षरता दर बढ़ेगी, जिससे देश की शिक्षा प्रणाली मजबूत होगी।
  • शिक्षा से आत्मनिर्भरता और लोगों में बढ़ेगा आत्मविश्वास
  • परीक्षा पास करने वाले लोग कक्षा तीसरी की दक्षता प्राप्त करेंगे।
  • रोजगार और जीवन स्तर में सुधार
  • साक्षर नागरिक अपने अधिकारों के प्रति अधिक जागरूक होंगे।
  • समाज में आएगा सकारात्मक बदलाव आएगा।

वर्जन
जिले में 16 फरवरी को वर्ष की पहल 1800 सामाजिक चेतना केंद्रों में नवभारत साक्षरता आयोजित कराई जाएगी। इसमें 50 हजार 465 लोगों के शामिल होने का लक्ष्य रखा गया है। चेतना केंद्रों में पढ़ाई के साथ आवश्यक तैयारी जारी है।
केके डेहरिया, डीपीसी।