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दशरमन में घर से जब्त हुआ पटाखा बनाने का सामना, किराना दुकान में बिक रहे थे पटाखे

हरदा जिले में हृदय विदारक हादसा होने और भीषण विस्फोट के दौरान कई बेगुनाहों के कालवित होने, जिंदगी और मौत के बीच डेढ़ सैकड़ा से अधिक की फंसी जान का मंजर हर किसी को झंकझोर दे रहा है। इस भयंकर हादसे के बाद जिला प्रशासन की नींद टूटी है और जिले में चल रहे पटाखा कारोबार, भंडारण, फैक्ट्रियों सहित माइनिंग आदि के लिए उपयोग में लाने जाने वाले बारूद आदि के जांच की औपचारिकता शुरू कर दी है। अफसरों के छापेमारी, जांच का ढिंढोरा सोशल मीडिया में पिटने लगा है। अफसरान यह देख रहे हैं कि कहां वैध और कहां पर अवैध

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कटनी

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Balmeek Pandey

Feb 09, 2024

दशरमन में घर से जब्त हुआ पटाखा बनाने का सामना, किराना दुकान में बिक रहे थे पटाखे

दशरमन में घर से जब्त हुआ पटाखा बनाने का सामना, किराना दुकान में बिक रहे थे पटाखे

कटनी. हरदा की तरह कटनी में भी कहीं बारूद के कारोबार के कारण विस्फोट न हो, इसको रोकने के लिए पुलिस-प्रशासन की टीम बुधवार से मैदान में उतरी है। सुबह से कलेक्टर के निर्देशन में गठित हुई अनुभाग व तहसील स्तर की जांच कमेटियों ने जांच शुरू की है। शहर से लेकर गांव तक पटाखा दुकानों, फैक्ट्री व गोदामों में छापेमारी की गई है। जांच के दौरान किराना दुकान में पटाखों का विक्रय मिला है तो कहीं घर ही बारूद आदि मिला है। बेखौफ होकर लोग घरों में पटाखा बनाने का कारोबार कर रहे थे। यह सब हो रहा है पुलिस-प्रशासन की निष्यिक्रता के कारण। प्रभावी कार्रवाई व नियंत्रण न होने के कारण अवैध कारोबार बदस्तूर जारी है।
शहर में सुबह एसडीएम प्रदीप मिश्रा, तहसीलदार आशीष कुमार अग्रवाल, नगर पुलिस अधीक्षक ख्याति मिश्रा, कोतवाली टीआई आशीष कुमार शर्मा के द्वारा दलबल के साथ शहर व उपनगरीय क्षेत्र में जांच की गई है। टीम ने चांडक चौक के समीप नरेश अग्रवाल की दुकान-गोदामा, लमतरा में फैक्ट्री, इमलिया में पटाखों दुकानों व गोदामों की जांच की है, हालांकि अफसरों ने मौका मुआयना तो किया, लेकिन सब कुछ सामान्य होना बताया है। जबकि माधवनगर इमलिया में पेट्रोल पंप के ठीक सामने अपर्याप्त व्यवस्थाओं के बीच 19 पटाखा दुकानें संचालित हो रही हैं।

इमलिया में मचा रहा पूरे समय हडक़ंप
जांच के लिए टीम इमलियां पहुंची और 19 दुकानों की जांच की। पेट्रोलपंप से 15 मीटर दूरी होनी चाहिए, मौके पर टीम ने 30 मीटर होना बताया, जबकि फासला सिर्फ सडक़ का है। एक दुकान से 3 मीटर की दूरी पाई है, यह दुकानें स्थाई हो चुकी है, जबकि इनमें कम से कम 10 मीटर की दूरी होना चाहिए। इमलिया में आशीष पोपटानी की पटाखे की गोदाम मिली। 5-5 हजार किलोग्राम क्षमता तीन गोदाम बनाई गई हैं, लेकिन सीजन न होने के कारण सामग्री कम मिली है। पटाखा दुकानों के पास से आग बुझाने के लिए अग्निशमक यंत्र को चलवाकर देखा है, मौके पर रेत व पानी भी पाया है। हालांकि सामग्री पर्याप्त नहीं है। इस दौरान पटाखा कारोबारियों में पूरे समय हडक़ंप की स्थिति बनी रही।

दुकान व फैक्ट्री की जांच
चांडक चौक के समीप बीआरसी कार्यालय के पीछे शहर से सबसे बड़े पटाखा कारोबारी नरेश गुप्ता की पटाखा दुकान की जांच की। 1500 किलोग्राम की क्षमता की दुकानें हैं, मौके पर 700 किलोग्राम सामग्री पाई गई। भयंकर विस्फोटक नहीं मिला। इसके टीम ने बाद निर्माण फैक्ट्री लमता की जांच, यहां पर निर्माण होता भी नहीं पाया गया। हालांकि यहां पर आग बुझाने के लिए कोई इंतजाम नहीं दिखे। अधिकारियों का कहना था कि यहां पर दीवाली के तीन माह पहले से निर्माण होता है। नरेश गुप्ता की रीठी देवगांव में पटाखा निर्माण फैक्ट्री है, वहां पर भी जांच कराई गई है। हालांकि मौके पर टीम को सबकुछ सामान्य मिला है। सिल्वर टॉकीज रोड के पास पंकज पतंग वालों के यहां की शिकायत हुई थी, लेकिन जांच में कुछ नहीं पाया गया।

स्लीमनाबाद क्षेत्र में जांच, लाइसेंस जब्त
स्लीमनाबाद क्षेत्र में एसडीएम राकेश चौरसिया, एसडीओपी अखिलेश गौर, तहसीलदार संदीप ठाकुर, थाना प्रभारी अखिलेश दाहिया ने स्थाई व अस्थाई पटाखा कारोबारियों के यहां दबिश दी। तेवरी स्थित कारोबारी अशोक ठाकुर से आतिशबाजी के संबंध में लाइसेंस होने की जानकारी ली। लाइसेंस तो था, लेकिन उसकी वैधता समाप्त हो चुकी थी, जिसमें लाइसेंस जब्त किया गया। छपरा क्षेत्र के पांच मार्बल खदानों में भी दबिश दी गई। जहां मार्बल खदानों में ब्लास्टिंग के समय उपयोग होने वाली विस्फोटक सामग्री को देखा। निरीक्षण के दौरान पटाखा कारोबारियों को सख्त हिदायत दी गई। पटाखा के गोदाम और दुकानें है, वहां सुरक्षा के इंतजाम करने कहा गया।


दशरमन और ढीमरखेड़ा गांव के तीन व्यापारियों के यहां कार्रवाई
ढीमरखेड़ा तहसील क्षेत्र में एसडीएम विंकी सिंहमारे, तहसीललदार अजय मिश्रा, थाना प्रभारी मोहम्मद शाहिद खान के द्वारा पटाखा व्यापारियों की दुकानों और घरों में दबिश दी गई। दशरमन गांव के तीन व्यापारियों के यहां कार्रवाई की। ग्राम दशरमन में लम्पो बाई पति गनपत के घर से पटाखा बनाने की सामग्री जब्त की गई है। दशरमन में ही दुर्गेश नामक व्यक्ति के किराना दुकान से पटाखा बिक रहे थे, जिन्हें टीम ने छापेमारी करते हुए जब्त किया है। ढीमरखेड़ा में कमलेश नामक व्यक्ति के घर से अवैध रूप से रखे पटाखे जब्त किए गए हैं।

एक्सप्लोसिव भंडारण की भी हुई जांच
जिले में टीमें ने अलग-अलग क्षेत्रों में दबिश देकर एक्सप्लोसिव भंडारण की भी जांच की है। खदानों में उपयोग किए जाने वाली सामग्री को देखा है। बरही क्षेत्र के ग्राम सलैया में एक्सप्लोसिव भंडारण, जय बजरंग ड्रिलिंग का संयुक्त निरीक्षण किया। देवगांव स्थित फैक्ट्री में भी संयुक्त टीम ने छापेमारी की। उमरियापान के संभावित स्थलों में टीम ने दबिश देकर अस्थाई अनुज्ञप्ति की जांच की।

खास-खास
- जिले में मैग्जीन के 32 व आतिशबाजी के 60 हैं लाइसेंस, जिनकी हो रही जांच।
- माधवनगर में 19 पटाखों दुकानों का हो रहा संचालन, जनवरी माह में जारी की गई फायर एनओसी।
- जिले में संचालित हैं 7 पटाखा फैक्ट्री, इनका 2017 में समाप्त हो गया है लाइसेंस, आजतक नहीं हुआ नवीनीकरण।
- शहर में गुरुनानक मार्केट, झंडा बाजार से शेर चौक मार्ग पर, घंटाघर क्षेत्र सहित झिंझरी मोड़ में संचालित हो रही आबादी के बीच माचिस गोदामा।
- शहर में सुभाष चौक, विश्वकर्मा पार्क आदि में हो रही गैस रिफलिंग, बर्तनों आदि की दुकानों में चल रहा अवैध कारोबार, कभी भी आग का शोला बन सकता है बाजार।
- शहर में कई जगहों पर आबादी के बीच संचालित हो रहे पेट्रोल पंप, नहीं हैं पर्याप्त सुरक्षा के इंतजाम, लोग भी नहीं करते मानकों का पालन।
- कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत एक नामी होटल में हो रहा अवैध तरीके से वायलर का उपयोग, पूर्व में हादसे के बाद भी नहीं चेते अफसर।

इन नियमों का पालन आवश्यक
जानकारी के अनुसार आतिशबाजी फैक्ट्री में अनुज्ञप्ति सिर्फ 15 किलोग्राम के लिए होती है, शेड व निर्माण स्थल की दूरी 18 मीटर, कमरों का साइज 9 वर्गमीटर से अधिक नहीं होना चाहिए, दो दरबाजे हों, लेकिन आमने-सामने नहीं, सभी कमरों के बीच कई मीटर ऊंची 60 सेंटीमीटर मोटी ब्लास्ट वॉल होनी चाहिए, सल्फर का लाइसेंस हो, प्रत्येक रासायनिक पदार्थ के लिए अलग-अलग कमरा हो, जिसका पालन नहीं हो रहा। इसी प्रकार आतिशबाजी और मैग्जीन भंडारण के लिए कई विशेष नियम हैं, जिनका पालन जिले में नहीं हो रहा।

वर्जन
जिले में आतिशबाजी दुकानों, निर्माण फैक्ट्री, गोदामों, एक्सप्लोसिव भंडारण आदि की जांच कराई जा रही है। 31 दुकानों की हुई है। जांच रिपोर्ट के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। हर हाल में नियमों का पालन कराया जाएगा। शहर व गांवों में आबादी के बीच माचिस गोदाम, गैस रिफलिंग, सिलेंडर वितरण आदि की जांच कराई जाएगी।
साधना परस्ते, एडीएम।