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गांवों में भी खरीदकर पीना पड़ रहा पानी

जिले में पानी की ऐसी समस्या के गांव के लोगों को निजी बोर से हर माह 100 रुपए देकर पानी खरीदकर पीना पड़ रहा। लेकिन अब बोर से पानी आना बंद हुआ तो लोगों के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई।

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कवर्धा. जिले में पानी की ऐसी समस्या के गांव के लोगों को निजी बोर से हर माह 100 रुपए देकर पानी खरीदकर पीना पड़ रहा। लेकिन अब बोर से पानी आना बंद हुआ तो लोगों के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई।
जी हां, हम वनांचल की बात नहीं कर रहे हैं। जिला मुख्यालय से मात्र 7 किमी की दूर बोड़ला विकासखंड के ग्राम पंचायत महराजपुर की कर रहे हैं। यहां के वार्ड क्रमांक 2 व 4 में निवासरत मालती यादव, पमिला बाई, बिंदा बाई, गंगा बाई सहित अन्य महिलाओं ने बताया कि पिछले एक वर्ष से एक निजी व्यक्ति के घर से १०० रुपए प्रतिमाह पानी खरीदकर अपनी प्यास बुझाते थे। निजी बोर होने के कारण वह बिजली का बिल समझकर लोग १०० रुपए में पानी खरीदते थे। इसी पानी से लोगों की निस्तारी व प्यास बुझती थी, लेकिन निजी बोर से पानी आना भी बंद हो गया है। इससे वार्डवासी काफी परेशान हो चुके हैं। पानी की समस्या होने पर ग्रामीणों ने कलक्टर से शिकायत कर नल जल योजना के तहत बोर खनन कराने की मांग की है।

एकमात्र हैण्डपंप बंद
गांव के तालाब में पानी नहीं है। दो वार्ड के लिए एकमात्र हैण्डपंप है वह भी खराब हो चुका है। इसकी जानकारी अधिकारियों को कई बार दिया गया है। सरपंच भी इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। इससे वार्डवासी अधिक परेशान हो चुके हैं। वर्तमान में एक किसान के खेत से पानी लाकर निस्तारी कर रहे हैं। पानी की समस्या विकराल हो चुकी है। समय रहते यदि पानी उपलब्ध नहीं कराया गया तो अधिक समस्या होगी।