कबीरपंथ के स्थानीय सामाजिक अध्यक्ष ईश्वरी साहू, उपाध्यक्ष धीरज दास मानिकपुरी और सचिव महासिंह झारिया के नेतृत्व में लोगों ने लगभग एक घंटे नारेबाजी की। प्रदर्शन करते हुए कलेक्टोरेट का घेराव किया। इस प्रदर्शन में पुरुषों के साथ महिलाएं भी बड़ी संख्या में शामिल हुईं। उनका कहना था कि कबीरपंथ के लोग शाकाहारी भोजन करते हैं। अंडा मंसाहार की श्रेणी में आता है। इसलिए स्कूलों में अंडा दिए जाने से उनके पंथ के बच्चों का धर्म भ्रष्ट हो रहा है। प्रदर्शनकारियों ने तत्काल प्रभाव से स्कूलों में अंडा दिए जाने को बंद करने की मांग की। (Kawardha news)
कबीरपंथियों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर स्कूलों में अंडा देना बंद नहीं किया गया तो वे 17 जुलाई को नेशनल हाइवे जाम करेंगे। उग्र प्रदर्शन की चेतावनी पर अमल करते हुए गुरु प्रकाशमुनि साहेब के नेतृत्व में अंडा दिए जाने का विरोध करेंगे । प्रदेश के भूपेश सरकार से अंडा के आदेश को वापस लेने की मांग की है। सरकारी स्कूलों में बच्चों को पौष्टिक आहार में अंडा दिए जाने से कई पंथ नाराज चल रहे हैं।