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CG News: नक्सलियों ने पहली बार हथियार डालने को लेकर लिखा पत्र, गृहमंत्री ने जारी कर दी नक्सलवाद के खात्मे की डेडलाइन

CG News: नक्सली हथियार छोड़कर आगे आ रहे हैं तो अच्छी बात है। बस्तर में शांति स्थापित हो, इसका प्रयास हो रहा है। पत्र की सत्ययता की जांच के बाद शीर्ष नेतृत्व डबल इंजन की सरकार फैसला करेगी।

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CG News: नक्सलियों ने पहली बार हथियार डालने को लेकर लिखा पत्र, गृहमंत्री ने जारी कर दी नक्सलवाद के खात्मे की डेडलाइन

गृहमंत्री विजय शर्मा (Photo Patrika)

CG News: प्रदेश के डिप्टी सीएम व गृहमंत्री विजय शर्मा बुधवार को कवर्धा जिले के दौरे पर रहे। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि नक्सलियों का पत्र मिला है। इसकी वास्तविकता की जांच की जा रही है।

नक्सली हथियार छोड़कर आगे आ रहे हैं तो अच्छी बात है। बस्तर में शांति स्थापित हो, इसका प्रयास हो रहा है। पत्र की सत्ययता की जांच के बाद शीर्ष नेतृत्व डबल इंजन की सरकार फैसला करेगी। मामले को लेकर देश के गृहमंत्री, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय इस पर निर्णय लेकर आगे बढ़ेंगे। शर्मा ने कहा कि बस्तर के लोगों ने बहुत ज्यादा लाल आतंक झेला है।

सब अब शांति की राह में आगे बढऩा चाह रहे हैं। बस्तर का विकास तेजी से होगा। सरकार बस्तर की जनता के साथ खड़ी है। उनका समग्र विकास ही पहली प्राथमिकता है। नक्सलियों का पत्र मिला है, जिसे गंभीरता से लिया जा रहा है। सत्यता सामने आएगी तो कदम आगे बढ़ाया जाएगा।

यह किसी की हार या जीत का भाव नहीं है। पत्र में कई बातें नई हैं, जो पहले के पत्र में नहीं होते थे। 15 अगस्त का जारी पत्र है। भाव शांति का था तो बस्तर में शिक्षादूतों की हत्या क्यों की गई। आईडी ब्लास्ट क्यों किया गया। कई सवाल हैं पर पत्र मिला है। इसे लेकर सशक्त माध्यम से आगे बढ़ा जाएगा। केंद्रीय गृहमंत्री ने नक्सलवाद के खात्मे की डेडलाइन जारी की बता दें कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने नक्सलवाद के खात्मे की डेडलाइन जारी कर दी है।

उन्होंने मार्च 2026 तक पूरे बस्तर को नक्सल फ्री कराने की बात कही है। वहीं नक्सल के खिलाफ ऑपरेशन तेज हो गए हैं। बुधवार को छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र की सीमा से सटे गढ़चिरौली में दो महिला नक्सलियों को ढेर किया गया। वहीं बीजापुर में भी दो नक्सलियों को मार गिराया गया। सुरक्षा बलों को मिल रही लगातार कामयाबी के कारण नक्सलियों के हौंसले पस्त हो गए हैं।

कई दशकों से राज्य नक्सल घटनाओं से रहा है पीड़ित

छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के पहले से ही नक्सल गतिविधियों से पीड़ित रहा है। राज्य निर्माण के बाद से नक्सलियों का लाल आतंक लगातार फैलता गया। सैकड़ों जवानों ने अपने जीवन की आहुति देकर बस्तर संभाग सहित नक्सल पीड़ित अन्य क्षेत्रों में लोगों की रक्षा की। बहरहाल नक्सलियों से मिले पत्र की सच्चाई जानने सरकार जांच कराएगी। इसके बाद ही कुछ सही निकल कर सामने आएगा। प्रदेश में नक्सली मूवमेंट के खिलाफ सरकार की कार्रवाई तेज है। इससे नक्सली बैकफुट पर आ गए हैं।

उत्तर और दक्षिण बस्तर में लाल आतंक के खात्मे के साथ ही विकास की नई गाथा लिखी जा सकेगी। प्रदेश सरकार इसे लेकर काफी आशावान है। बस्तर में निवेश का प्लान तैयार किया जा रहा है। यहां प्राकृतिक संसाधनों की बहुलता है, जिससे विकास के नए द्वार खुलेंगे। उद्योगों की स्थापना होगी। सड़कों का जाल बिछेगा। इसके साथ ही शिक्षा में भी क्रांतिकारी बदलाव आने की संभावना है। बस्तर लंबे समय से आतंक से पीड़ित रहा है। प्रचूर खनीज संसाधनों के बाद भी विकास से कोसों दूर है, जिसे अब गति मिलेगी।