28 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

इंटरनेशनल खजुराहो फिल्म फेस्टिवल में आई देशी कलाकारों की फिल्में

छतरपुर के कलाकारों के सूफी गीत व तेलंगाना के ग्रुप के डांस से सजी महफिल, खजुराहो फिल्म महोत्सव: यशपाल शर्मा की मौजूदगी ने कार्यक्रम को बनाया खास...।

2 min read
Google source verification
khaju3.jpg

छतरपुर। अंतराष्ट्रीय खजुराहो फिल्म महोत्सव के आठवें महोत्सव के अंतर्गत पांचवें दिवस की संध्या को छतरपुर की अंशिका राजोरिया और अशांक राजोरिया के सूफी गीत की प्रस्तुति के साथ शुरू हुई। आज़ा तेनु अखिया उडीत दिया की प्रस्तुति और गजल ने शाम को रंगीन बना दिया। ममता देवी ग्रुप के डांस घूमर नृत्य के साथ कार्यक्रम आगे बढ़ा और नौगांव से आए शुभम ग्रुप द्वारा नशे सी चढ़ गई नृत्य ने रंग जमा दिया। तेलंगाना के कलाकारों की माधुरी नृत्य की प्रस्तुति से बांध दिया तो मनकौर के पंजाबी गीत के साथ नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी।

मंत्री गोविंद राजपूत हुए शामिल

शाम के मुख्य कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के राजस्व तथा परिवहन कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत शामिल हुए। समारोह में वीना मेहता, अंजना पदम्माणभं, प्रदीप शुक्ला, प्रकाश खरे, ममता अहिर, विभिन्न मंदिरों के पुजारियों सहित अन्य अतिथियों को सम्मानित किया गया। अतिथियों को आयोजक राजा बुन्देला तथा सुष्मिता मुखर्जी ने स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया।

यह भी पढ़ेंः

खजुराहो में इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल शुरू, जी-20 देशों की भी निगाह टिकी
खजुराहो फिल्म फेस्टिवल में जम्मू कश्मीर का बूमरो नृत्य ने बांधा समा

यशपाल शर्मा ने वर्कशाप में दिए टिप्स

आठवें अन्तरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के पांचवे दिन दादा लखमी फिल्म का प्रदर्शन किया गया। ये फिल्म बॉलीवुड और रंगमंच के अभिनेता यशपाल शर्मा की फिल्म है, जिन्होंने गंगाजल, अपहरण, लगान, स्पेशल 26 से अपने बेहतरीन अभिनय के माध्यम से फिल्म जगत में एक अलग पहचान बनाई है। फिल्म महोत्सव में बने टपरा टॉकीज में यशपाल शर्मा और दादा लक्ष्मी फिल्म के अन्य कलाकारों ने दर्शकों के साथ बैठकर टपरा टॉकीज में फिल्म देखी।

खजुराहो अन्तरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में आयोजित रंगमंच एवं फिल्म मेकिंग वर्कशॉप में आए बच्चो से यशपाल शर्मा ने मास्टर क्लास में बताया कि लगातार प्रयास किए जाने से सफलता जरूर मिलती है। लेकिन हमारा लक्ष्य एक ही होना चाहिए, इसमें खजुराहो फिल्म महोत्सव के प्रबन्ध संयोजक राम बुन्देला, राकेश साहू, वर्कशॉप प्रभारी सर्वेश खरे, जगदीश शिवहरे मौजूद रहे।

टपरा टॉकीज में दिखाई गई यह फिल्में

महोत्सव में पांचवें दिन टपरा टॉकीज में प्रकाश गोलानी की एहसास, हरिदर्शन रतलाम की नशा मुक्ति पर आधारित खबर रश्मि, गोलया नई दिल्ली की डेड सोसाइटी, समारू सोनी छत्तीसगढ़ की मोर माटी के करजा, विशाल विश्वकर्मा होशंगाबाद की नशा, छत्तीसगढ़ के सूर्या रातरे की मजदूर, तनवीर आलम लिखित एडल्ट सवाल, दिव्यांश सिंह राजावत की आलु पराठा, वीरेंद्र सजल की लोक अदालत, माही दुबे की आर्टिकल 21 ए, विशाल विश्वकर्मा की नशा, अमिताभ श्रीवास्तव की वर्ल्ड एंड स्टूडेंट, इशरत आर खान की गुठली लड्डू, जितेंद्र पुंदालिक की मोया, अनिल दुबे की क्या खोया क्या पाया, टी ठाकुर की डेविल उल्लू दिखाई गई।