19 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

अजब गजब : वनरक्षक की दौड़ में ऐसा सोया नंबर-1 की सच हो गई खरगोश कछुए की कहानी, जानें पूरा मामला

24 किमी. की दौड़ में 21 किमी. की दौड़ पूरी करने के बाद सो गया था युवक..उसे छोड़कर सभी ने पूरी की दौड़..

2 min read
Google source verification
khandwa.jpg

खंडवा. आपने कछुए और खरगोश की वो कहानी तो जरुर सुनी होगी जिसमें कछुए और खरगोश के बीच रेस होती है और खरगोश काफी आगे निकल जाता है। लेकिन बीच रास्ते में सो जाने के कारण खरगोश सोता रह जाता है और कछुआ रेस जीत जाता है। जी हां ठीक इसी तरह का एक मामला असल जिंदगी में भी सामने आया है। मामला खंडवा का है जहां वनरक्षक की भर्ती के दौरान हुई दौड़ में नंबर-1 चल रहा युवक ऐसा सोया कि दौड़ खत्म होने के बाद भी उसकी नींद नहीं खुली और बाकी सब उससे आगे निकल गए।

21 किमी. तक नंबर वन रहा
खंडवा में वनरक्षक भर्ती के दौरान 24 किलोमीटर की दौड़ हुई थी। इस दौड़ को भर्ती में शामिल हुए युवकों को 4 घंटे में पूरा करना था। इस भर्ती परीक्षा में मध्य प्रदेश के 16 जिलों के युवकों ने भाग लिया था। मंगलवार सुबह एक साथ 61 युवाओं ने दौड़ शुरू की। जिनमें डबरा से आया युवक पहाड़ सिंह भी शामिल था। पहाड़ सिंह ने दौड़ शुरु होते ही बाकी सभी युवकों को पीछे छोड़ दिया और काफी अंतर से आगे निकल गया। बताया गया है कि उसने तीन घंटे में ही करीब 21 किमी की दूरी तय कर ली। लेकिन इसके बाद वो हुआ जिसके बारे में पहाड़ सिंह जिंदगी भर सोचेगा।

यह भी पढ़ें- सरकारी डॉक्टर ने दहेज में मांगी 16 लाख की कार, बीवी गिरफ्तारी वारंट ले आई

ऐसा सोया नंबर-1 की सब आगे निकल गए
करीब 21 किमी. की दूरी तय करने के बाद जब पहाड़ सिंह ने पीछे देखा तो उसे कोई नजर नहीं आया। वो काफी थक चुका था उसने सोचा कि थोड़ी देर आराम कर लेता हूं और जैसे ही वो रोड किनारे बैठा उसकी नींद लग गई। नींद भी ऐसी लगी की बाकी सभी अभ्यार्थी एक एक कर उससे आगे निकलते गए और वो सोता रहा। पहाड़ सिंह को छोड़कर बाकी बचे सभी 60 अभ्यार्थियों ने तय समय पर दौड़ को पूरा कर लिया लेकिन वक्त खत्म होने के बाद भी पहाड़ सिंह सोता रहा। इधर दौड़ पूरी होने के बाद जब वन अमले ने धावकों की गिनती की तो पहाड़ सिंह गायब था। पहाड़ सिंह को ढूंढने के लिए वन अमला गाड़ी लेकर निकला तो वह सड़क किनारे सोता मिला।

यह भी पढ़ें- बेटी की हत्या की सजा काट रहे पिता-भाई, 20 साल बाद आ गई सामने

जिंदगी भर रहेगा मलाल
पहाड़ सिंह का कहना है कि वो एक साल से आर्मी की तैयारी कर रहा था। वन रक्षक की दौड़ में भी वो सबसे आगे था लेकिन पैर में छाले आ गए थे। थक भी गया था तो सोचा कि सभी बहुत पीछे रह गए हैं कुछ देर बैठकर आराम कर लेता हूं लेकिन उसकी नींद लग गई और जब वनरक्षकों ने उसे जगाया तो उसकी नींद टूटी। जब नींद टूटी तब तक बहुत देर हो चुकी थी और अब इस बात का मलाल उसे जिंदगी भर रहेगा। उसके थोड़े से आलस ने उसकी सालभर की मेहनत पर पानी फेर दिया है।

देखें वीडियो- जमीन के लिए आसमान में जा बैठे मां-बेटा