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अमृत सरोवर : जलाशयों से खेतों में लहलहाएंगी फसलें

अमृत सरोवरों से अन्नदाताओं को मिलेंगी अमृत बूदें, 1515 करोड़ लीटर पानी होगा संरक्षित

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खंडवा

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Rajesh Patel

Sep 25, 2022

Amrit Sarovar: Crops will flow in the fields from the reservoirs

Amrit Sarovar: Crops will flow in the fields from the reservoirs

राजेश पटेल
खंडवा . पंचायतों में जलाशयों के निर्माण पर 300 करोड़ रुपए खर्च करने की तैयारी है। सरकार की बहुप्रचारित योजना जलाभिषेक अभियान के तहत 101 अमृत सरोवर स्थापित होंगे। इसमें 1515 करोड़ लीटर पानी संरिक्षत करने की तैयारी है। इन सरोवर से जलस्तर के साथ-साथ जलाशयों के आस-पास किसानों की खेतों में फसलें लहलहाएंगी। बारिश के दौरान अमृत सरोवर योजना के 30 सरोवर लबालब हो गए हैं। पुष्कार योजना में 78 पुरानी जल संरचनाएं पुनर्जीवित कर 142 करोड़ लीटर पानी स्टोर किया है। जल संवर्धन के लिए गांव-गांव 1125 चेक डैम बनाएं गए हैं। पांच हजार से अधिक किसानों डेढ़ हजार हेक्टेयर भूमि सिचिंत होगी।

पंचायतों में पानी की संरचनाओं का निर्माण
पंचायत अधिकारियों का दावा है कि पुष्कर समृद्धि धरोहर योजना के तहत 1226 जल संरचनाएं निर्मार्णाधीन हैं। इसमें 815 का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। शेष 451 जल संरचनाओं का निर्माण प्रगतिरत है। इस योजना के तहत निर्माण की जा रहीं जल संरचनाओं में जल भराव की क्षमता 3517950 घन मीटर है। इसी तरह अमृत सरोवर योजना के तहत 101 कार्य प्रस्तावित है। इसमें 43 कार्य पूर्ण हो चुके हैं। सरोवरों में जलभराव की क्षमता 714070 घन मीटर है। प्रगतिरत कार्य 58 जलभराव क्षमता 2693000 घनमीटर है।

ऐसे समझें जल संरक्षण

अ मृत सरोवरों की औसत क्षमता 15 हजार घन मीटर भराव की है। प्रति घन मीटर एक हजार लीटर पानी के औसत से प्रत्येक अमृत सरोवर में 1.50 करोड़ लीटर पानी भराव होगा। 101 अमृत सरोवरों में 1515 करोड़ लीटर जल संरक्षित होगा।

पुरानी जल संरचनाओं का जीर्णोद्धार होगा

जि ले में अमृत सरोवर के 43 कार्य पूर्ण हो चुके हैं। इसके अलावा शासन ने अतिरिक्त लक्ष्य 125 नवीन अमृत सरोवर के स्थल चयन का कार्य भी प्रगति पर है। जल संरक्षण सरंचनाओं से 1410 हैक्टेयर भूमि सिंचित होगी, व स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों के लिए मछली पालन जैसी गतिविधि संचालित होगी। पुष्कर धरोहर अंतर्गत विगत एक वर्ष में पुरानी जीर्ण शीर्ण जल संरक्षण सरंचनाओं का जीर्णेधार का कार्य भी किया गया है। इसके अतिरिक्त वन क्षेत्र में निर्मित जल सरंचनाओ से भू-जल स्तर में वृद्धि, वन्य जीव जंतुओं के निस्तार के लिए वर्ष भर जल उपलब्ध रहेगा। सरोवरों के निर्माण के बाए नए लक्ष्य के तहत सरोवर बनाए जाएंगे।


एक नजर

101अमृत सरोवर

202 औसत लागत करोड़ में

07 जिले में कुल ब्लाक

1226 पुष्कर धरोहर जल संरचनाएं

815 निर्माण पूर्ण

419 कुल ग्राम पंचायतें

पर्यावरण संतुलन के साथ ऑक्सीजन की कमी दूर होगी
अ अमृत सरोवर और पुष्कर समृद्धि योजना से दूसरी हरित क्रांति आएगी। इससे गांव-गांव में जलस्तर बढ़ेगा। जल संरचनाओं से किसानों की फसलों की सिंचाई होगी। पंचायतों में पुरानी जल संरचनाओं का जीर्णोद्धार से गांव का विकास होगा। जल संरचनाओं के निर्माण से ग्रामीणों को रोजगार भी मिल रहा है।

नंदा भलावे कुशरे, सीईओ जिपं

ज ल सरंचनाओं के निर्माण पर्यावरण संतुलन के साथ ही आक्सीजन की कमी दूर होगी। जलस्तर बढ़ने के साथ कमांड एरिया में किसानों को पर्याप्त पानी मिलेगा। नए जल स्रोत के साथ ही पुरानी जल संरचनाओं को बचाने का प्रयास होना चाहिए। अमृत सरोवर योजना सरकार की अच्छी पहल है। जल सरंचनाओं के निर्माण से पर्यावरण का संतुलन बना रहेगा।

साथ ही आक्सीजन की कमी दूर करने में मदद करेगा।

जलस्तर बढ़ने के साथ ही कमाड एरिया में किसानों को पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध हो सकेगा। नए जल स्रोत निर्माण जरूरी है। इसके साथ ही पुरानी जल संरचनाओं को बचाने का प्रयास हर मानव जीवन को करना चाहिए। सरकार की अमृत सरोवर योजना की पहल अच्छी है। इस से जलीय जीव जतुंओं को भी फायदा होगा।

एसएल धूर्वे, सेवानृवित्त, कार्य पालन यंत्री, ग्रामीण अभियांत्रिकी सेवा