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कमलनाथ, सिंधिया समर्थक रणनीति बनाने जुटे, शहर अध्यक्ष ने की निंदा, बैरंग लौटना पड़ा

मप्र में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बदलने पर पटाखे फूटने और मिठाइयां बांटने के मामले में नया मोड़ आया है।

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खंडवा

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Amit Jaiswal

Apr 27, 2018

Controversy in Congress party due to change of PCC chief

Controversy in Congress party due to change of PCC chief

खंडवा. मप्र की राजनीति में आए बदलाव ने नए समीकरण गढऩा शुरू कर दिए हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बदले जाने पर पटाखे फूटने और मिठाइयां बांटने के मामले में नया मोड़ आया है। इस वजह से अरुण यादव, कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक अलग-अलग धड़ों में बंट गए हैं।

खंडवा के गांधी भवन में शुक्रवार को कमलनाथ और सिंधिया समर्थक जुटने लगे। यहां वरिष्ठ कांग्रेसी डॉ. मुनीष मिश्रा, परमजीतसिंह नारंग, कुंदन मालवीय, अर्ष पाठक, आसिम पटेल, मेहमूद खान सहित अन्य जुटे। ये सूचना शहर अध्यक्ष इंदलसिंह पंवार को मिली तो वे भी यहां आ गए। उनके साथ श्याम यादव, अहमद पटेल, प्रवीण हल्दे, प्रेमांशु जैन सहित अन्य कार्यकर्ता जुट गए।

बैठक निरस्त कर जाने लगे तो हुई चर्चा
जिलाध्यक्ष ओंकार पटेल की अनुपस्थिति में उनके कक्ष में कमलनाथ और सिंधिया समर्थक बैठे तो वहीं सामने वाले कमरे में शहर अध्यक्ष व उनके साथियों ने कमान संभाली। जब स्थिति गड़बड़ होते नजर आई तो कमलनाथ व सिंधिया समर्थक जाने लगे। तब शहर अध्यक्ष व समर्थकों से बातचीत हुई। इसके बाद दोनों ही पक्षों ने अपने मन का गुबार बाहर निकाला।

सूचनाएं नहीं मिलने की बात कही तो बढ़ी बात
वरिष्ठ कांग्रेसी डॉ. मुनीष मिश्रा ने जब ये कहा कि कल यानी गुरुवार को प्रदेश की कमान वरिष्ठ कांग्रेसी कमलनाथ को सौंपे जाने के बाद गांधी भवन में जुटने की सूचनाएं सबको विधिवत रूप से मिली तो एकसाथ आ गए। इस बात पर शहर अध्यक्ष पंवार ने कहा कि यहां तो पहले से ही सभी को विधिवत सूचनाएं जाती रहीं हैं। वरिष्ठजन को तो मैं खुद फोन लगाता हूं। कमलनाथ प्रदेशाध्यक्ष बने हैं, उनका हम भी सम्मान करते हैं लेकिन गांधी भवन में जो जश्न मना और मिठाइयां बंटी उसकी मैं निंदा करता हूं। क्योंकि संगठनात्मक नजरिए से ये सही नहीं हुआ। जिलाध्यक्ष, शहर अध्यक्ष सहित कई वरिष्ठजन को कोई सूचना नहीं दी गई। इसकी मैं निंदा करता हूं।

...और फिर जाने लगे
शहर अध्यक्ष द्वारा निंदा की बात सुनते ही वरिष्ठ कांग्रेसी डॉ. मिश्रा, परमजीसिंह नारंग व अन्य जाने लगे। गांधी भवन से बाहर आते-आते कांग्रेस पार्टी जिंदाबाद के नारे भी लगे। इस पूरे घटनाक्रम में कुंदन मालवीय, अर्ष पाठक सहित अन्य यहां से पहले ही चले गए थे।

ये हुआ था गुरुवार को
गुरुवार यानी 26 अप्रैल को मप्र में कांग्रेस पार्टी ने प्रदेशाध्यक्ष पद की कमान अरुण यादव के स्थान पर छिंदवाड़ा से सांसद कमलनाथ को सौंपी। सिंधिया को भी प्रदेश में चुनाव अभियान का अध्यक्ष बनाया गया। ये सूचना आई तो कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक गांधी भवन में जुटे। ढोल-ताशे बजे, आतिशबाजी हुई। नारेबाजी की गई। मिठाइयां बांटी गईं। जिलाध्यक्ष ओंकार पटेल, शहर अध्यक्ष इंदलसिंह पंवार नहीं थे। यहां परमजीतसिंह नारंग, डॉ. मुनीष मिश्रा, अशोक पटेल, कुंदन मालवीय, अर्ष पाठक, गुरमीतसिंह उबेजा, पूनम पटेल, अवधेश सिसौदिया, सलीम पटेल, शांतनु दीक्षित, बलराम वर्मा, राहुल मेहता, आसिम पटेल, मेहमूद खान जुटे। अरुण यादव के समय में निष्कासित हो चुके राजनारायणसिंह पुरनी, जतिन पटेल व अन्य भी गांधी भवन पहुंचे थे।