ग्राम पंचायत टिगरिया ने शिव मंदिर के पास 2018 में भी मनरेगा के तहत सामूहिक वृक्षारोपण कराया था। तब भी संदीप ओमप्रकाश और पूर्णिमाबाई संदीप ने यहां 14 मई 2018 को इस स्थान पर मजदूरी की थी। मेट बनने के बाद इसी जगह पर 21 अक्टूबर, 5 नवंबर, 13 नवंबर, 14 नवंबर, 22 नवंबर को संदीप और पूर्णिमा बाई ने सामूहिक वृक्षारोपण में मजदूरी की है। साथ ही महेंद्र चंद्रपाल, छाया चंद्रपाल को भी 5 नवंबर, 13 नवंबर को मनरेगा के तहत सामूहिक वृक्षारोपण में मजदूरी करना दर्शाया गया है। उल्लेखनीय है कि मेट का कार्य पंचायत में मनरेगा अंतर्गत कार्य करने वालों की हाजरी भरना होता है। जिसे सचिव द्वारा पास किया जाता है। कई पंचायतों में ये कार्य रोजगार सहायक स्वयं करते है।
शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में शिकायत करने वाले दिव्यांग मुकेश पाल ने बताया कि सरपंच-सचिव ने गांव में रोड निर्माण में भी भ्रष्टाचार किया है। इस वर्ष स्वीकृत हुए रामदास के घर से शिव मंदिर तक के सीसी रोड निर्माण में घटिया सामग्री उपयोग की गई। एक माह पूर्व बना रोड उखडऩा शुरू हो गया है। इसकी जांच कराने पर मामला सामने आ जाएगा। साथ ही जहां सामूदायिक वृक्षारोपण बताया गया है, वहां हकीकत में वृक्षारोपण हुआ ही नहीं। यहां पौधों के नाम पर पुराने पेड़ दिख रहे है। इस मामले में शिकायतकर्ता ने कलेक्टर से उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
खंडवा जनपद पंचायत के ग्राम टिगरिया में भ्रष्टाचार की शिकायत हुई है। मामले में जांच कराई जाएगी। जिसके बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. नागार्जुन बी गौड़ा, जिला पंचायत सीइओ