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बिजली कंपनी ने पांच हजार उपभोक्ताओं का बढ़ा दिया लोड

घरेलू के साथ व्यवसायिक उपभोक्ता अधिक प्रभावित, उपकरण बढ़ने से 12 हजार किलो वाट का लोड बढ़ा

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Electricity company increased the load of five thousand consumers

Electricity company increased the load of five thousand consumers

खंडवा. बिजली कंपनी ने इस बार पांच हजार से ज्यादा उपभोक्ताओं का लोड बढ़ा दिया है। यह बात अलग है कि इनमें कुछ उपभोक्ताओं की अनुमति ली गई तो कई ऐसे भी हैं, जिनके मीटर पर नजर दौड़ाने के बाद घर में झांक कर रही लोड बढ़ा दिया गया। लोड बढ़ाने से अब 12220 किलो वॉट का अतिरिक्त भार आया है। विद्युत कंपनी के अधिकारी बताते हैं कि इससे विद्युत आपूर्ति में किसी तरह का फर्क नहीं आया है। लोड बढ़ाने के लिए पहले से तैयारी की गई थी।
खपत पर ध्यान दें उपभोक्ता
मीटर का लोड कम और बिजली की खपत अधिक है तो इसका ध्यान उपभोक्ता को ही देना होगा। अगर बिजली कंपनी के अधिकारियों की जांच में लोड से ज्यादा खपत पाई गई तो जुर्माने के तौर पर मोटी रकम जमा करना पड़ सकती है। हालांकि विद्युत कंपनी के अधिकारियों ने अपने स्तर से कुछ घरेलू और व्यवसायिक कनेक्शन का लोड बढ़ा दिया है। इसके लिए सीसीबी एडजस्टमेंट चार्ज बिल में जुड़कर आएगा।
लोड बढ़ाने करते हैं आवेदन
विद्युत कनेक्शन का लोड बढ़ाने के लिए उपभोक्ता को एक फार्म जमा करना होता है। जिसमें लिखा होना चाहिए कि मैं स्वयं घोषणा करता हूं कि वर्तमान विद्युत बिल अनुसार मेरे परिसर के घरेलू, गैर घरेलू, औद्योगिक तथा संयोजन क्रमांक का स्वीकृत भार वर्तमान में इतना है, उससे अधिक भार विद्युत प्रणाली सुधार राशि आपके कार्यालय में जमा कर रहा हूं। अगर उपभोक्ता ऐसा नहीं करता और भार जयादा है तो कंपनी खुद भार बढ़ाकर सीसीबी एडजस्टमेंअ की राशि बिल में जोड़ देती है।
ऑन लाइन जांच लेते हैं भार
अधीक्षण अभियंता संजय कुमार जैन बताते हैं कि उपकरण बढ़ने पर लोड बढ़ जाता है। लोड बढ़ने पर अतिरिक्त ट्रांसफार्मर लगाने पड़ते हैं। कंपनी पहले से प्रत्येक ट्रांसफार्मर का लोड 30 प्रतिशत बचाकर रखती है, ताकि आवश्यकता पड़ने पर लोड बढ़ाया जा सके। अब एमडी मीटर लग चुके हैं, जिसका भार ऑन लाइन जांच लिया जाता है। अगर खपत ज्यादा आती है तो लोड बढ़ा देते हैं।
इतने उपभोक्ताओं ने बढ़ाया इतना लोड
घरेलू-
जनवरी में लोड- 146855, सितंबर में लोड-151745, अंतर- 4890, उपभोक्ता- 3232
कामर्शियल-
जनवरी में लोड- 49648, सितंबर में लोड-54468, अंतर- 4820, उपभोक्ता- 1559
आद्योगिक-
जनवरी में लोड- 19711, सितंबर में लोड-19955, अंतर- 244, उपभोक्ता- 22
जल प्रदाय-
जनवरी में लोड- 9469, सितंबर में लोड-11618, अंतर- 2149, उपभोक्ता- 326
स्ट्रीट लाइट-
जनवरी में लोड- 2725, सितंबर में लोड-2842, अंतर- 117, उपभोक्ता- 11
नोट: लोड के आंकड़े किलो वॉट में हैं।
वर्जन...
लोड बढ़ने से सब्सिडी और बिल की राशि में कोई अंतर नहीं आता। उपभोक्ता की बचत ही होती है। अगर भार से अधिक ख्पत मिलती है तो पेनाल्टी लग जाती है।
- संजय कुमार जैन, अधीक्षण अभियंता, विद्युत कंपनी, खंडवा