खंडवा.
कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत चीरखदान में हुई युवक की हत्या की गुत्थी पुलिस ने 24 घंटे में सुलझा ली। पत्नी ने ही जीजा के साथ प्रेम प्रसंग के चलते पति को रास्ते से हटाने हत्या को अंजाम दिया था। पति की हत्या के बाद पत्नी पुलिस के सामने नाटक करती रही, आसपास वाले लोगों पर भी हत्या की आशंका जताती रही। पुलिस के सामने उसका नाटक नहीं चल पाया और जब पूछताछ की तो सारा मामला खुल गया। पुलिस ने आरोपी जीजा और मृतक की पत्नी को हिरासत में लेकर न्यायालय पेश किया।
बुधवार को पुलिस कंट्रोल रूम में सीएसपी ललित गठरे, कोतवाली टीआइ बीएल मंडलोई और एफएसएल अधिकारी डॉ. विकास मुजाल्दा ने मामले का खुलासा किया। सीएसपी ने बताया कि चीराखदान निवासी शबाना ने पहले पति को छोड़कर आठ माह पूर्व माता चौक निवासी संजय उर्फ संजू पिता तुलसीराम बामने से करारनामे पर शादी की थी। पहले पति से उसके तीन बच्चे है, जिसमें दो बेटे उसके पहले पति के पास रहते है। 13 वर्षीय बेटी उसके साथ ही रहती है। आठ माह से संजू भी चीराखदान मल्टी में उसके साथ रह रहा था। संजू से पहले उसका अपने जीजा हकीम के साथ प्रेम प्रसंग था। बहन के साथ झगड़े होने पर जीजा ने उसके पास आना बंद कर दिया था।
शराब पीकर मारता था, इसलिए कर दी हत्या
शबाना ने पुलिस को बताया कि उसका पति संजू शराब पीकर अक्सर उसके साथ मारपीट करता था। यहां तक कि मोहल्ले वालों से भी झगड़ा करता था। इस बीच उसके जीजा ने उसकी बहन को छोड़ दिया और उसके पास आने लगा। जिसके चलते उनका पुराना प्रेम फिर जाग उठा। संजू की हरकतों से तंग और जीजा के प्यार में उसने हत्या की साजिश की। सोमवार रात को संजू शराब पीकर आया था। इस दौरान उसका जीजा घर पर ही था। संजू जब नशे में सो गया तो दोनों ने मिलकर उसके सिर पर सीलबट्टे के पत्थर से वार किया। इसके बाद उसके गले पर ब्लेड से सात बार वार किए। संजू की मौत के बाद शबाना ने जीजा के साथ मिलकर पूरे घर में खून साफ किया। इस दौरान उसकी बेटी उठी तो उसे भी डराधमका कर सफाई कराई। पूरे कमरे की सफाई करने में तीन घंटे लग गए। सुबह चार बजे दोनों ने संजू का शव बोरे में भरकर पास मौजूद तालाब के किनारे फेंक दिया।