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अतिक्रमणकारियों के आगे लाचार वन विभाग, हमला कर लहराने लगे बंदूक व धारदार फालिया

गुड़ी वन परिक्षेत्र के आमाखुजरी जंगल में कब्जा कर बसे अतिक्रमणकारियों के आगे जिला प्रशासन, पुलिस और वन विभाग बेबस नजर आने लगा है। दूसरे जिलों से आकर जंगल में बसे इन लोगों ने कानून व्यवस्था को मजाक बना दिया है। वे हर बार वनकर्मियों को पिटकर जंगल में भाग जा रहे हैं। अब तक पांच बार पत्थर, गोपन व लड्डू से वन अमले पर हमला कर चुके हैं और हर बार अमले को मुंह की खानी पड़ी है। अब तो बंदूक व फालिया तक लहराने लगे हैं।

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खंडवा. आमाखुजरी में वन भूमि पर की जा रही खेती।

आमाखुजरी की 190 हेक्टेयर भूमि को अतिक्रमण मुक्त नहीं करवा पा रहा वन विभाग

गुड़ी सामान्य के आरक्षित वनक्षेत्र के कक्ष क्रमांक 748 में वर्ष 2019 से भिलाईखेडा के आमाखुजरी क्षेत्र में जंगल काटकर अवैध रूप से खेती की जा रही है। करीब 190 हेक्टेयर वन भूमि पर कब्जा कर रखा है। इस कब्जे को हटाने में वन विभाग की पसीने छूट गए है। मुट्ठी पर भर अतिक्रमणकारी वन विभाग से लेकर जिला प्रशासन व पुलिस पर भारी पड़ रहे हैं। दरअसल अब तक वन विभाग ने पुलिस व प्रशासन के साथ मिलकर पांच बार इन्हें जंगल से हटाने का प्रयास किया है। हर बार की तरह बन अमले को खाली हाथ ही वापस लौटना पड़ा है। भारी पुलिस बल होने के बाद भी अतिक्रमण कारियों सभी को खदेड़ दे रहे हैं।

हमले के बाद बंदूक के साथ फोटो डाली

वनकर्मियों पर हमले के बाद आरोपी छत्तर सिंग ने इंस्टाग्राम पर अपना एक वीडियो अपलोड किया। जिसमें वह हाथ में बंदूक लिए हुए है। तु मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकता आदिवासी गाने पर वह बंदूक लहराते हुए नजर आ रहा है। वन विभाग ने उसके इस वीडियो के बारे में पुलिस को जानकारी दी है। वहीं लाखासिंग का ड्रोन वीडियो भी वन विभाग ने बनाया है। जिसमें वह धारदार फालिया लिए वह खड़ा है।

तीन परिवार व उनके रिश्तेदार आकर बसे

आमाखुजरी में लाखासिंग, गणपतसिंग और मोवासिंग की धाक हैं। लाखासिंग का सबसे अधिक जंगल पर कब्जा हैं। दर असल लाखासिंग की दो पत्नियां और 12 बच्चे हैं। यह सभी वयस्क हैं। इनमें से अधिकांश की शादी हो गई है। बेटी व बेटा के भी बच्चे हैं। वे भी यहां बसे हुए हैं। एक ही परिवार के करीब 30 से अधिक लोग हैं। गणपत और मोवासिंग के परिवार में कम सदस्य हैं लेकिन उन्होंने अपने रिश्तेदारों को यहां बसा रखा है।

एक भी नहीं पकड़ाया

वनकर्मियों के साथ मारपीट कर ट्रैक्टर छुड़ा ले जाने वाले आरोपियों में 24 घंटे बाद भी एक भी पुलिस के हाथ नहीं लगा है। सोमवार ट्रैक्टर जब्त कर ले जा रहे वन अमले पर आरोपियों परे लाखासिंग व उसके परिवार के साथ ही पांच अन्य लोगों ने हमला किया था। मारपीट कर ट्रैक्टर छुड़ा ले गए थे। मामले में खालवा पुलिस ने नामजद आरोपियों पर केस दर्ज किया था।

वन विभाग के कर्मचारियों के साथ मारपीट करने वाले आरोपियों पर प्रकरण दर्ज किया गया है। उनकी तलाश की जा रही है। वन विभाग के साथ मिलकर अतिक्रमण भी हटाया जाएगा। - मनोज कुमार राय, पुलिस अधीक्षक

आमाखुजरी में अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाई की जाएगी। मारपीट करने वाले लोगों का अपराधिक रिकार्ड निकालकर जिलाबदर की कार्रवाई के लिए लिख रहे हैं। आमाखुजरी से अतिक्रमण भी हटाया जाएगा। - राकेश कुमार डामोर, डीएफओ