खंडवा.
प्रकृति ने एक बार फिर अन्नदाता के साथ खिलवाड़ किया है। रविवार को हुई बारिश, ओलावृष्टि ने अन्नदाता की रही-सही फसलों पर भी पानी फेर दिया। खंडवा, पंधाना, छैगांवमाखन और पुनासा ब्लॉक में तेज हवा-आंधी के साथ हुई बारिश के चलते खेतों में तबाही का मंजर नजर आया। कटी फसलें, खड़ी फसलें पूरी तरह से बरबाद हो गई। अनाज तो दूर अब किसान के पास मवेशियों को खिलाने का चारा भी नहीं बचा। रविवार को किसानों के साथ कृषि और उद्यानिकी अधिकारी खेतों में नुकसान देखने पहुंचे।
पश्चिमी विक्षोभ के चलते प्रदेश सहित जिले में भी प्राकृतिक आपदा का दौर जारी है। पिछले दो दिन में हुई बारिश, ओलावृष्टि से कई क्षेत्रों में फसलें खराब हुई थी। रविवार को रही-सही कसर भी मौसम ने पूरी कर दी। तेज हवा-आंधी के साथ बारिश और कहीं-कहीं हुई ओलावृष्टि से फसलें आड़ी हो गई। पोखर के किसान सुंदर पटेल ने बताया बारिश से 15 एकड़ में गेहूं, प्याज का रोपा सहित चारा भी खराब हो गया है। खापरी के किसान गेंदालाल पटेल ने बताया उनकी 15 एकड़ में प्याज, अरबी, गेहूं की फसल पूरी तरह से बरबाद हो गई। प्रेमलाल पटेल बावडिय़ा ने बताया 10 एकड़ की गेहूं और प्याज को नुकसान पहुंचा है। सहेजला के किसान नंदकिशोर पटेल की भी 20 एकड़ में तरबूज, खरबूज, गेहूं और प्याज की फसल बरबाद हुई है। सबसे ज्यादा नुकसानी खंडवा सहित छैगांवमाख, पुनासा और पंधाना ब्लॉक में दर्ज की गई।
किसान संगठन के साथ अधिकारी पहुंचे खेत
बारिश के चलते निमाड़ संयुक्त कृषक संगठन ने कलेक्टर से ओलावृष्टि, बारिश से खराब हुई फसलों के सर्वे की मांग की थी। रविवार को संगठन कार्यकर्ताओं के साथ उपसंचालक उद्यानिकी राजू बड़वाह, कृषि विभाग के अधिकारियों ने राजस्व अमले के साथ उंडेल, मांडला, सोमगांव, करोली, सहेजला, पिपलकोटा, सुरगांव बंजारी, दुधवास, खैगांव में प्याज, तरबूज, गेहूं की फसलों का सर्वे किया। संगठन खंडवा तहसील अध्यक्ष रवींद्र पाटीदार, युवा वाहिनी संयोजक चंदन सिंह चंदेल, तहसील उपाध्यक्ष रघुवीर सिंह मंडलोई, सदस्य रामपाल सिंह पटेल उपस्थित रहे। इन गांवों में लगभग 200 एकड़ में प्याज और 800 एकड़ में तरबूज की फसल प्रभावित हुई।
एसडीएम ने मांगी प्रभावित गांवों की सूची
इधर बारिश, ओलावृष्टि से खराब हुई फसलों को लेकर भारतीय किसान संघ ने भी कलेक्टर और एसडीएम से चर्चा की है। कलेक्टर द्वारा दल गठित कर सर्वे शुरू कराया है। एसडीएम ने भाकिसं से प्रभावित गांवों की सूची भी मांगी है, जिससे सीधे उस गांव में सर्वे दल भेजकर नुकसानी का आंकलन तुरंत कराया जा सके। भाकिसं जिला उपाध्यक्ष सुभाष पटेल ने बताया कि चार ब्लॉक में सबसे ज्यादा नुकसानी हुई है। किसान के पास अब मवेशियों का चारा भी नहीं बचा है।
आज से मौसम साफ रहने का अनुमान
कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक व मौसम विशेषज्ञ डॉ. सौरव गुप्ता ने बताया कि रविवार को दिन में 12 मिमी बारिश दर्ज की गई है। दो-तीन गांवों में ओलावृष्टि का भी समाचार है। पिछले 24 घंटे में 25 मिमी बारिश हुई है। सोमवार से मौसम साफ रहने का अनुमान है। आगामी 24 मार्च को एक बार फिर मौसम बदल सकता है।
3.6 डिग्री कम हुआ दिन का तापमान
बारिश के चलते तापमान में भी गिरावट आई है। दिन का तापमान 3.6 डिग्री और रात का तापमान 2 डिग्री कम हुआ है। पारा गिरने से मौसम में भी ठंडक हो गई।
सर्वे शुरू करा दिया है
बारिश और ओलावृष्टि से हुई नुकसानी के लिए दल गठित कर सर्वे शुरू करा दिया गया है। संयुक्त दल को निर्देश दिए हैं कि आरबीसी की गाइड लाइन के अनुसा सर्वे कर तुरंत रिपोर्ट सौंपे। इसके लिए किसान संगठनों से भी मदद लेने को कहा है।
अनूप कुमार सिंह, कलेक्टर