
खंडवा जिले में 179 सेक्स वर्कर और 116 गे (समलैंगिक) मौजूद
खंडवा.
मप्र एड्स कंट्रोल सोसायटी ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें प्रदेश में फीमेल सेक्स वर्कर्स और गे (समलैंगिक पुरुष) का खुलासा किया है। सोसायटी वर्ष 1992 से प्रदेश में एचआइवी/एड्स की रोकथाम के लिए कार्य कर रही है। जिसके तहत ही ये सर्वे किया गया है। सेक्स वर्कर्स और गे से निमाड़ के चारों जिले भी अछूते नहीं है। चारों जिले में 2155 फीमेल सेक्स वर्कर्स मौजूद है। वहीं, पुरुष समलैंगिकों (गे) का आंकड़ा भी 638 का है।
मप्र एड्स कंट्रोल सोसायटी द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार खंडवा जिले में 179 सेक्स वर्कर्स और 116 गे मौजूद है। वहीं, सबसे ज्यादा सेक्स वर्कर्स खरगोन जिले में 769 और गे की संख्या 208 है। बुरहानपुर में 622 सेक्स वर्कर्स और 99 गे है। जबकि बड़वानी में सबसे ज्यादा गे की संख्या 215 और फीमेल सेक्स वर्कर्स की संख्या 585 बताई गई है। प्रदेश में ग्रेडिंग के अनुसार देखा जाए तो सेक्स वर्कर्स में खंडवा प्रदेश में 43वें और गे में 28वें स्थान पर है। सेक्स वर्कर्स में खरगोन 18वें और गे में 20वें, बुरहानपुर सेक्स वर्कर्स में 28वें और गे में 38वें स्थान पर है। बड़वानी फीमेल सेक्स वर्कर्स के मामल में 30वें और गे के मामले में 19वें स्थान पर है।
एचआइवी एड्स का बड़ा कारण सेक्स वर्कर्स, गे
जानकारों के अनुसार एचआइवी/एड्स के मरीजों की बढ़ती संख्या का एक बड़ा कारण असुरक्षित सेक्स ही है। सेक्स वर्कर्स और समलैंगिकता के चलते भी लोग एचआइवी/एड्स का शिकार हो रहे है। खंडवा में ही एआरटी सेंटर में कुल 747 एचआइवी/एड्स पॉजिटिव दर्ज है। जिसमें खंडवा जिले के 566 मरीज है। बाकी मरीज हरदा, होशंगाबाद, बैतूल, बड़वाह और सनावद के है। खंडवा में 274 पुरुष, 286 महिलाएं और 6 अन्य मरीज एचआइवी/एड्स का इलाज करवा रहे है।
Published on:
22 Feb 2022 12:33 pm
बड़ी खबरें
View Allखंडवा
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
