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नंदकुमारसिंह के लिए ये क्या बोल गए भाजपा जिलाध्यक्ष, विधायक ही नहीं,सांसद को भी निपटाने में जुटे हैं फितरती

जिला कार्यालय के बाहर वरिष्ठजनों के बीच भाजपा जिलाध्यक्ष की असंयमित भाषा का वीडियो आया सामने

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खंडवा

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Amit Jaiswal

Apr 10, 2018

MP BJP President Nand Kuamr chouhan Says

MP BJP President Nand Kuamr chouhan Says

खंडवा. भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष हरीश कोटवाले इंदिरा चौक स्थित जिला कार्यालय के परिसर में असंयमित हो गए। पार्टी के वरिष्ठजन व कार्यकर्ताओं के बीच उन्होंने अमर्यादित भाषा का जमकर उपयोग किया। वे यहां तक बोल गए कि न सिर्फ विधायक (देवेंद्र वर्मा) का बल्कि सांसद यानी भाजपा प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमारसिंह चौहान का भी पीठ पीछे जमकर विरोध हो रहा है और वो भी इससे तगड़ा। लेकिन हम इसे दबाकर बैठे हैं कि वो उजागर न हो जाए। पूरा वाकया सोमवार दोपहर का है। इस दौरान महापौर सुभाष कोठारी, पर्यटन विकास निगम सदस्य राजेश डोंगरे, वरिष्ठ पुरूषोत्तम शर्मा भी बातचीत का हिस्सा हैं। ये तीनों ही पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष हैं। इनके अलावा अन्य पदाधिकारी व कार्यकर्ता भी सुनते रहे। ये कुछ बातों पर हंसे तो कुछ पर एकदम से सकपका गए।

जिलाध्यक्ष ने ये कहा...
(सेंसर लगाना पड़ रहा है, क्योंकि अमर्यादित भाषा प्रकाशित नहीं कर सकते)
जिलाध्यक्ष कोटवाले ने बोलना शुरू किया कि जिस दिन सरकार नहीं आएगी, उस दिन मैं बताऊंगा कि कितने लोग आएंगे। इस पर महापौर कोठारी और वरिष्ठ भाजपाई शर्मा ने कहा कि हम तो तब से आ रहे हैं, जब सरकार नहीं थी। जिलाध्यक्ष बोले- तुम्हारी बात नहीं कर रहा हूं। ये अभी जो फितरती काम कर रहे हैं। जब .... तो घर में घुसेंगे। परिवर्तन, एक पूरे देशभर का परिवर्तन अलग चल रहा है, अपने लोग अलग चला रहे हैं। सब ... यहीं हो रही है। डोंगरे ने पूछा कि एेसा क्यों हो रहा है तो फिर जिलाध्यक्ष बोले- एेसे ... को आशीर्वाद देकर बैठे हैं तो वो होना ही है। दोषी हम चारों (खुद के साथ कोठारी, शर्मा व डोंगरे की तरफ इशारा) हैं। शर्मा ने पूछा कि विधायक नहीं है? तो कोटवाले का जवाब आया कि देखो, उसकी तो बात ही नहीं कर रहा हूं। अपन संगठन के व्यक्ति हैं। मैं संगठन की बात कर रहा हूं। तुम क्या सोच रहे हो, यहां आकर विधायक का विरोध कर रहे हैं। .... के पीछे सांसद का भी विरोध कर रहे हैं। इससे तगड़ा कर रहे हैं। हम उसको दबा-दबाकर रख रहे हैं कि चलो भाई वो उजागर न हो। जिसका कोई लेना-देना नहीं, ... नंदू भैया ने अंदर करा दिया। फलाने को १५१ नंदू भैया ने करा दी। वो ११० की कार्रवाई नंदू भैया ने करा दी अरे ..., हम उस चीज को दबा रहे हैं और ये...। तमाशा बनाकर रखा है। अनिल भगत ने विधायक के मित्र द्वारा फेसबुक पर टिकट बिकने की पोस्ट का जिक्र कर दिया तो फिर जिलाध्यक्ष ने कहा कि भगतजी मैं किसी का नाम लेकर नहीं बोल रहा हूं। नाम लेकर बोलूं तो बोल, फिर अभी सबको .... कर दूंगा दो मिनट में। बोल फिर मैं बताऊं, कौन-कौन फितरती कर रहा है।

फोटो नहीं होने से रथ पर फिर विवाद
दरअसल, पुस्तकालय एवं प्रलेखन विभाग खंडवा द्वारा पुस्तक संग्रहण एवं इतिहास संकलन अभियान का शुभारंभ भाजपा कार्यालय से करने के लिए सोमवार को सभी वरिष्ठजन को एकत्रित किया गया था, तभी यहां विधायक के खिलाफ छपी एक खबर का अखबार लेकर कोई आ गया। गुस्से में जिलाध्यक्ष ने इसे फाड़ दिया। इसके बाद ये वीडियो बना। पुस्तक संकलन अभियान अंतर्गत पार्टी कार्यकर्ताओं से संपर्क कर पुस्तकालय के लिए पुस्तक ली जाना है। इसके लिए तैयार एक रथ में विधायक की फोटो नहीं होने पर विवाद हुआ और इसे हरी झंडी देकर यहां से रवाना करने के बाद रोक दिया गया। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने मोर्चा व प्रकोष्ठों के साथ ही भाजपा के इतिहास को लेकर पुुस्तकालय एवं प्रलेखन विभाग का पार्टी स्तर पर गठन किया है। प्रलेखन विभाग के संयोजक कौशल मेहरा को मंत्री विजय शाह का समर्थक माना जाता है। बैनर पर मंत्री का फोटो रखा था। यात्रा प्रभारी राम डांगोरे ने कहा कि बैनर को लेकर विवाद हो गया था, फोटो चेंज करने को कहा है। चारों विधायकों के फोटो लगाने हैं। एेसा ही विवाद किसान सम्मान यात्रा रथ को लेकर हुआ था।


- समझाइश देना पड़ती है

कार्यालय हमारा मंदिर , पारीवारिक दृष्टि से बोला, समझाइश देना पड़ती है। जो लोग इस तरह की बातें फैला रहे हैं वो पार्टी को नुकसान पहुंचा रहे हैं। पार्टी कार्यालय हमारा मंदिर है। मैंने परिवार के बीच पारीवारिक दृष्टि से बोला था। रथ के बैनर को लेकर कोई विवाद नहीं है।
हरीश कोटवाले, जिलाध्यक्ष, भाजपा