22 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

सर्किट हाउस के कक्ष में नायब तहसीलदार का भी कब्जा, दो माह से कमरा नं. 5 में डटे

नायब तहसीलदार ठिकाना, जिम्मेदारों तमाशबीन, पीडब्ल्यूडी भी लाचार

2 min read
Google source verification

खंडवा

image

Rajesh Patel

Apr 04, 2023

Naib Tehsildar also captured in the circuit house room

Naib Tehsildar also captured in the circuit house room

खंडवा. सर्किट हाउस के कक्ष में नेता ही नहीं अधिकारियों का भी कब्जा है। जिला पंचायत अध्यक्ष के कारिंदों की तरह नायब तहसीलदार नरेंद्र मुवेल सर्किट हाउस की सुविधा ले रहे हैं। शासन ने अतिथियों को अधिकतम तीन दिन तक सुविधा देने का नियम बनाया है। नेता और अधिकारी नियमों को दरकिनार कर मुफ्त की सुविधाओं का उपयोग कर रहे हैं। पीडब्ल्यूडी के अधिकारी भी नियमों को पालन कराने में लाचार हैं। सर्किट हाउस का कक्ष नंबर 5 नायब तहसीलदार नरेंद्र मुवेल के लिए 1 फरवरी को अलाट हुआ है। लंबे समय से नायब तहसीलदार यहां जमे हुए हैं।

रसूख पर हाथ डालने से कतरा रहे अफसरकरीब पांच माह से सर्किट हाउस के कक्ष में जिपं अध्यक्ष के कारिंदों का कब्जा है। पति दरबार चला रहा है। प्रशासनिक अधिकारियों को इसकी जानकारी है, इसके बाद कार्रवाई से कतरा रहे हैं। अध्यक्ष का राजनीतिक प्रभाव के चलते कोई अधिकारी कार्रवाई के लिए आगे नहीं आ रहा है। जिला सत्कार अधिकारी अवकाश पर हैं। कलेक्टर सीएम की तैयारी में व्यस्त हैं। तहसीलदार ने भी लंबे समय से डेरा डाल रखा है। एक अधिकारी ने नायब तहसीलदार के सवाल पर कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष ने भी लंबे समय से डेरा डाल रखा है। अधिकारी का मुख्यालय से स्थानांतरण हो गया है। पत्रिका में खबर प्रकाशित होने के बाद दूसरे दिन रविवार को सर्किट हाउस में कक्ष नंबर एक का ताला नहीं खुला। बताया गया कि अधिकारियों ने फोन पर वहां पर रह रहे लोगों को नहीं रहने की हिदायत दी है। सर्किट हाउस में कर्मचारियों ने बताया कि शाम तक कोई नहीं आया।


ये है मामला

जिपं अध्यक्ष को चुनाव के बाद आवास अलाट नहीं हुआ। इससे अधिकारियों ने सर्किट हाउस का कमरा नंबर- एक अलॉट कर दिया। 16 नवंबर-22 की शाम चार बजे से आवंटित कक्ष में आज भी अध्यक्ष के कार्यकर्ता काबिज हैं। आवंटन रजिस्टर पर आज तक आउट नहीं किया गया है। अध्यक्ष के चुनाव के बाद उनको आवास आवंटित नहीं हुआ था। कामकाज की सहूलियत के लिए उनको ये कक्ष आवंटित किया गया था। आवास आवंटन से पूर्व अध्यक्ष स्वयं सर्किट हाउस में जनता की सुनवाई करती थीं। आवास अलाट होने के बाद से वे अब सर्किट हाउस नहीं आती हैं। अब इस कक्ष में पति मुकेश तनवे और उनके समर्थक, भाजपा के कई अन्य नेताओं ने सर्किट हाउस में डेरा डाल रखा है।