31 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

राजेश जैन अपहरण कांड का मुख्य आरोपी छोटा राजन गैंग का शूटर रिमांड पर

-प्रोटेक्शन वारंट पर कोतवाली पुलिस आरोपी को लाई खंडवा-कड़ी सुरक्षा में कोर्ट में किया पेश, तीन दिन की मिली पुलिस रिमांड-अपहरण की रची थी साजिश, नाम बदलकर होटल में रुका, जैन के घर भी गया था

3 min read
Google source verification

image

Editorial Khandwa

Jul 01, 2016

Aruna accused of kidnapping leads police to court

in khandwa Aruna accused of kidnapping leads police to court under tight security.


खंडवा.
शहर के बहुचर्चित राजेश जैन अपहरण कांड के मुख्य आरोपी को गुरुवार दोपहर कड़ी सुरक्षा में जिला न्यायालय में पेश किया गया। सीजेएम न्यायालय ने आरोपी को तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है। छोटा राजन व गुरु साटम गैंग का अंतर्राज्यीय कुख्यात अपराधी अरुण कुमार उर्फ डब्बू उर्फ धनंजय उर्फ आदित्य उर्फ दिनेश सिंह उर्फ नरेंद्र पिता सिद्धनाथ तिवारी निवासी ग्राम नकटी भवानी राह फूलपुर थाना (वाराणसी) ने भदौरिया गैंग के साथ मिलकर शहर के प्रॉपर्टी व्यवसायी राजेश जैन के अपहरण की साजिश रची थी। वारदात को अंजाम देने के बाद से ही आरोपी फरार था। 25 हजार ईनामी आरोपी अरुण तिवारी को उप्र एसटीएफ ने रविवार को कैंट क्षेत्र वाराणसी से गिरफ्तार किया था। रिमांड पर कोतवाली पुलिस आरोपी से पूछताछ करेगी। पूछताछ में कई बड़ी वारदातों का खुलासा होने की संभावना है।

नाम बदलकर होटल में रुका था, जैन के घर भी गया

प्रॉपर्टी के सौदे के लिए आरोपी अरुण खंडवा आया। यहां वह फर्जी दस्तावेज के सहारे धनंजय उर्फ दिनेश के नाम से निजी होटल में ठहरा था। यहां से उसने प्रॉपटी व्यवसायी राजेश जैन से संपर्क किया और मुलाकात की। वह जैन के घर भी गया। घर देखकर आरोपी अरुण ने राजेश जैन का अपहरण करने की साजिश रची और परिवार की सभी सदस्यों की रैकी की। बात में उलझाकर जैन को इंदौर ले गया। जहां से जैन का अपहरण कर आरोपी सुधीर भदौरिया को सौंपकर फरार हो गया था।

छोटा राजन गैंग सहित अन्य गैंग से है संबंध

गिरफ्तार हुए आरोपी अरुण तिवारी के संबंध छोटा राजन गैंग, गुरु साटम गैंग, भदौरिया गैंग सहित अन्य गैंग से है। सूत्रों ने बताया कि आरोपी अरुण छोटा राजन गैंग का शूटर है। आरोपी ने एसटीएफ को पूछताछ में बताया है कि वह 1995 में पड़ोसी गांव के उदयभान सिंह से क्रिकेट मैच के दौरान मिला था। उदयभान छोटा राजन गैंग के लिए काम करता था। उसने ही आरोपी अरुण को मुंबई भेजा था। जहां आरोपी अरुण ने अपराध की दुनिया में पहचान बनाना शुरू की और कई बड़ी वारदातों को अंजाम दिया। उसमें से एक राजेश जैन अपहरणकांड भी है।

बिहार, झारखंड सहित अन्य राज्यों में हैं मामले दर्ज

पुलिस की माने तो गिरफ्तार हुआ आरोपी अरुण वाहन चोरी का मास्टर माइंड है। आरोपी के खिलाफ बिहार, झारखंड, जबलपुर, बीना, खंडवा सहित अन्य स्थानों पर मामले दर्ज है। इसके अलावा वाराणसी में लगभग सभी थानों में आरोपी अरुण के खिलाफ मामले दर्ज है। आरोपी ने 150 से अधिक चार पहिया वाहन चुराए हैं। इसके अलावा लूट, डकैती, मारपीट, अपहरण आदि के मामलों में आरोपी है। आरोपी वाराणसी के राह फूलपुर थाने का हिस्ट्री शीटर अपराधी है।

ऐसे किया गिरफ्तार

उप्र एसटीएफ को कई दिनों से पूर्वी उत्तर प्रदेश में इनामी अपराधी अरुण के छिपे होने के इनपुट मिल रहे थे। इसके बाद एसटीएफ अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस ने संपर्क कर जांच कराई। जांच में पता चला कि आरोपी शहर में वाराणसी व उसके आसपास के क्षेत्र में नाम बदल कर छिपा है। लोकेशन मिलते ही एसटीएफ ने वाराणसी के कचहरी क्षेत्र के जेपी मेहता तिराहे के पास घेराबंदी कर आरोपी अरुण को गिरफ्तार कर लिया। आरोती के कब्जे से कई प्रदेशों के सिम कार्ड, असलहा और चोरी की कार बरामद की गई है।

ये था मामला

आरोपी 24 अगस्त 13 को प्रॉपर्टी व्यवसायी राजेश जैन से खंडवा में प्रॉपर्टी खरीदने के बहाने मिला और फिर इंदौर ले गया। इंदौर से ही जैन का अपहरण किया। हालांकि घटना के चार दिन बाद ही पुलिस ने आरोपियों को फरीदाबाद से गिरफ्तार कर लिया था।

मामले में पांच आरोपियों को हो चुकी है उम्रकैद

जैन अपहरण कांड के पांच आरोपियों को आजीवन कारावास सजा हो चुकी है। इनमें आरोपी सुधीर उर्फ राजसिंह गोपालचरण भदौरिया, निवासी आगरा, प्रदीप उर्फ राजीव श्रीवास्तव पिता पोकपाल सिंह चौहान निवासी सिरयाल जहांगीरपुर (बुलंदशहर), मोहम्मद इनाम उर्फ हाजी पिता मोहम्मद शरीफ निवासी श्यामली (उप्र), ओंकारसिंह उर्फ शेट्टी रविंद्रसिंह निवासी दयालबाग आगरा और रिपुसूदन गौतम निवासी फरीदाबाद (हरियाणा) को उम्रकैद की सजा हो चुकी है। आरोपियों को इंदौर व उज्जैन सेंट्रल जेल में रखा गया है।


फोटो-
अपहरण के आरोपी अरुण को कड़ी सुरक्षा में कोर्ट में पेश कर ले जाती पुलिस।