भाजपाई बताए जाने पर अक्षत अग्रवाल ने इस पर अपनी सफाई दी है। वर्तमान में एनएसयूआइ अध्यक्ष के रूप में पदस्थ अक्षत ने बताया कि वे पिछले 8 साल से कांग्रेस के लिए कार्य कर रहे है। 2017 से एनएसयूआइ में हूं और 2023 से जिलाध्यक्ष का पद संभाल रहा हूं। परिवार के बैक ग्राउंड देखने की बजाए उनका कार्य देखना चाहिए। मेरा कोई भी क्रिया कलाप कांग्रेस पार्टी के विरुद्ध रहा हो तो उसका सबूत पेश किया जाए। गुटबाजी के चलते उन पर आरोप लगाकर गलत रूप में पेश किया जा रहा है।
खंडवा जिले से यूथ कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष की भी दावेदारी सामने आई है। वर्तमान यूथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रीतेश चौकड़े ने प्रदेशाध्यक्ष के लिए अपना नामांकन जमा किया है। वहीं, खंडवा विधानसभा से टिकट की मांग करने वाली मोनिका मंडरे भी प्रदेशाध्यक्ष की दौड़ में शामिल है। प्रदेशाध्यक्ष के लिए कुल 25 दावेदार मैदान में है।
यूथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष के लिए सबसे ज्यादा उम्मीदवारी खरगोन जिले से है। यहां 11 उम्मीदवार जिलाध्यक्ष के लिए मैदान में है। वहीं, दूसरे नंबर पर बुरहानपुर है, जहां 7 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे है। बड़वानी और खंडवा में चार-चार उम्मीदवार है। सूत्रों की माने तो खंडवा से एक उम्मीदवार ने प्रदेश महासचिव के लिए जिलाध्यक्ष से क्विट किया है। प्रत्याशियों की फाइनल लिस्ट 20 मई को सामने आएगी।