सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से सिविल अस्पताल का दर्जा पा चुके हरसूद अस्पताल में हमेशा एम्बुलेंस का टोटा बना रहता है। वाहन दुर्घटना सहित अन्य मामलों के अधिकांश मरीजों को डायल 100 वाहन द्वारा हरसूद अस्पताल पहुंचाया जाता है। हरसूद अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों को जब खंडवा रेफर करने की बारी आती है तो अधिकतर हरसूद अस्पताल में एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं रहती है। जिसके कारण गंभीर रूप से घायल मरीज की जान पर बन आती है।
हरसूद विधानसभा के लोगों की सुविधा के लिए मंत्री विजय शाह द्वारा सर्व सुविधा युक्त एम्बुलेंस की सौगात हरसूद अस्पताल को दी गई थी। जो कुछ माह पूर्व निशानिया के पास रात्रि में जलकर आग में खाक हो गई थी। तथी से हरसूद अस्पताल में एम्बुलेंस का टोटा बना हुआ है। लेकिन जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। जिसका खामियाजा हरसूद आने वाले मरीजों को उठाना पड़ रहा है।