खंडवा.
विधानसभा चुनाव ने ठीक पहले भाजपा की अंदरूनी गुटबाजी खुलकर सामने आई है। सोमवार को इंदौर सांसद शंकर लालवानी के सामने ही भाजपा कार्यालय में खंडवा विधायक देवेंद्र वर्मा के पक्ष और विरोध में जमकर नारेबाजी हुई। इसके बाद यहां हंगामें की स्थिति भी बन गई। सांसद शंकर लालवानी को बीच बचाव करते हुए कार्यकर्ताओं को शांत कराना पड़ा। पूरे मामले का वीडियो पर जमकर सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। मामले में सांसद ने सफाई दी है कि कार्यकर्ता जोश में हैं, इसलिए नारे लगा रहे है।
विस चुनाव को लेकर इंदौर सांसद शंकर लालवानी सोमवार को खंडवा भाजपा कार्यालय पहुंचे थे। यहां विधानसभा वार बैठकों का दौर चल रहा था। दोपहर 3 बजे सांसद लालवानी बैठक के बाद बाहर निकले तो विधायक देवेंद्र वर्मा समर्थकों ने देवेंद्र वर्मा जिंदाबाद के नारे लगाना शुरू कर दिया। पीछे आ रहे विरोधी गुट के कार्यकर्ताओं ने इसके विरोध में देवेंद्र वर्मा मुर्दाबाद के नारे लगाना शुरू कर दिए। देखते ही देखते यहां हंगामें की स्थिति बन गई। वर्मा समर्थक भाजपा मंडल अध्यक्ष सुधांशु जैन, आशीष राजपूत ने इस पर आपत्ति ली। माहौल बिगड़ता देख सांसद लालवानी को बीच बचाव करना पड़ा और कार्यकर्ताओं को चुप कराया।
विधायक का बढ़ता जा रहा विरोध
देवेंद्र वर्मा वर्तमान विधायक होने के साथ ही तीन बार के विधायक है। उनके तीसरे कार्यकाल में विरोध के स्वर तेज होते जा रहे है। खंडवा विधानसभा से टिकट की दावेदारी में कई नाम सामने आ रहे है, जो अब खुलकर विरोध कर रहे है। भाजपा की अंदरूनी गुटबाजी तो लगातार चर्चा में है, लेकिन सोमवार को हुए हंगामें के बाद विरोधी गुट खुलकर सामने आ गए है। हालांकि टिकट के दावेदार और वर्मा के घुर विरोधी माने जाने वाले मुकेश तनवे सोमवार को वर्मा के समर्थन में जिंदाबाद के नारे लगाते नजर आए।
किसी के पक्ष, विरोध में नहीं लगे नारे
भाजपा परिवार बहुत बड़ा है और सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है। भाजपा कार्यालय में किसी के पक्ष या विरोध में नारे नहीं लगे हैं। कार्यकर्ताओं में जोश है, इसलिए भाजपा जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे।
शंकर लालवानी, सांसद इंदौर