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महिला बाल विकास : 589 आंगनबाड़ी केंद्रों में स्मार्ट कक्षाएं, बच्चे 36 इंच एलईडी में पढ़ेंगे किस्से-कहानियां

आंगनबाड़ी केंद्रों में स्मार्ट कक्षाएं चलेंगी। इसमें बच्चों की शिक्षा को रोचक बनाने और उनके बौद्धिक विकास की क्षमता को बढ़ाने की योजना है। बच्चों को केंद्रों पर पहुंचने में रुचि पैदा करने 36 इंच की एलईडी लगाई गई है। इसमें उन्हें रोचक किस्से, कहानियां सुनाई और दिखाएं।

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खंडवा

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Rajesh Patel

Nov 11, 2025

anganwadi kendra

पुलिस लाइन आंगनबाड़ी केंद्र पर स्मार्ट कक्षा में पढ़ रहे बच्चे

महिला बाल विकास ने 589 आंगनबाड़ी केंद्रों को बनाया स्मार्ट, आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चे मैट पर चखेंगे भोजन, कुर्सी पर करेंगे पढ़ाई, पीने को मिलेगा आरओ का शुद्ध पानी

बच्चों की बढ़ेगी बौद्धिक क्षमता

आंगनबाड़ी केंद्रों में स्मार्ट कक्षाएं चलेंगी। इसमें बच्चों की शिक्षा को रोचक बनाने और उनके बौद्धिक विकास की क्षमता को बढ़ाने की योजना है। बच्चों को केंद्रों पर पहुंचने में रुचि पैदा करने 36 इंच की एलईडी लगाई गई है। इसमें उन्हें रोचक किस्से, कहानियां सुनाई और दिखाएं। महिला बाल विकास की ओर से सक्षम आंगनबाड़ी केंद्रों पर व्यवस्थाएं शुरू की गई हैं।

बच्चे एक साथ बैठकर एलईडी से कर रहे पढ़ाई

महिला बाल विकास ने प्रारंभिक चरण में 589 आंगनबाड़ी केंद्रों को स्मार्ट बनाएगी। शहरी क्षेत्र में नौ आंगनबाड़ी केंद्रों को स्मार्ट कक्षा संचालित करने सक्षम बनाया है। पुलिस लाइन केंद्र पर बच्चों को 36 इंच की एलईडी में किस्से कहानियां पढ़ाया जा रहा है। बच्चे एक साथ बैठकर एलईडी से पढ़ाई कर रहे हैं। उनके बैठने के लिए रंग-बिरंगी 10-10 कुर्सियां रखी गई हैं। इसी तरह धनवंतरी नगर, बंगाली कॉलोनी, इंदौर नाका समेत नौ केंद्र संचालित होंगे।

बच्चों के लिए रंग बिरंगी मैट व कुर्सियां लगाई

सीडीपीओ पूजा राठौर ने बताया कि शहरी क्षेत्र में नौ केंद्रों को सक्षम आंगनबाड़ी में शामिल किया गया हैै। इन केंद्रों पर बच्चों को पढ़ने और मनोरंजन के लिए टीवी लगाई गई है। बैठने के लिए रंग बिरंगी मैट व कुर्सियां लगाई गई हैं। दीवारों पर अक्षर शब्दों का लेखन किया गया है। पोषण के साथ ही उन्हें शुद्ध पानी मिलेगा। इसके लिए आरओ सिस्टम लगाया गया है।

ढाई सौ से अधिक केंद्रों पर सामग्री की आपूर्ति

सबकुछ योजना के तहत हुआ तो केद्रों पर बच्चों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। महिला बाल विकास अधिकारियों का दावा है कि सक्षम आंगनबाड़ी केंद्रों पर भोपाल से सामग्री की आपूर्ति की जा रही है। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र में अब तक 250 से अधिक केंद्रों पर सामग्री पहुंचने की रिपोर्ट ऑनलाइन दिख रही है। जल्द ही सभी निर्धारित केंद्रों पर सामग्री की आपूर्ति होगी।

सबसे अधिक पंधाना, खालवा में केंद्र

महिला बाल विकास विभाग के रिकार्ड में जिले में 1682 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित है। इसमें सबसे अधिक पंधाना और खालवा क्षेत्र में है। पंधाना में 334 और खालवा में खालवा में 351 केंद्र संचालित हो रहे हैं। पुनासा में 252, बलड़ी में 67, छैगांव माखन में 170, हरसूद में 136, खंडवा ग्रामीण में 200, खंडवा शहर में 162 केंद्र संचालित हो रहे हैं। इन केंद्र में प्रारंभिक चरण में समक्ष आंगनवाड़ी केंद्र बनाने के लिए 589 केंद्र लिए गए हैं। सभी भवन विभाग के हैं।

इनका कहना : रत्ना शर्मा, जिला कार्यक्रम अधिकारी

शासन के द्वारा बच्चों के विकास के लिए सक्षम आंगनबाड़ी केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। प्रारंभिक चरण में 589 केंद्रों को लिया गया है। भोपाल से सामग्रियों की आपूर्ति की जा रही है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में कुछ केंद्रों पर स्मार्ट कक्षाएं शुरू कर दी गई हैं। जल्द ही सभी निर्धारित केंद्रों पर सेवाएं शुरू की जाएंगी।