पहले सत्र में दूसरे सत्र का दिया गया प्रश्न पत्र
छात्र नेता निलेश सागोरे, प्रतीक पंवार, रजत शर्मा के साथ विद्यार्थियों ने प्राचार्य शैल जोशी से मुलाकात की और अपना पक्ष रखते हुए परिणाम सुधार की मांग रखी। विद्यार्थी पवन रघुवंशी, कनिज खान, किर्ती चौहान, नंदनी वर्मा, खुशबु जोशी आदि ने बताया 3 अप्रैल 2025 को कक्ष क्रमांक 34 में परीक्षा हुई थी। विद्यार्थियों ने फाउंडेशन कॉमर्स विषय का प्रश्न पत्र हल किया। परीक्षा के दौरान दो अलग-अलग समय पर प्रश्न पत्र दिए जाने थे, लेकिन पहले सत्र में दूसरे सत्र का पेपर दिया।
आपत्ति दर्ज कराने के बाद भी किया फेल
आपत्ति भी दर्ज कराई, लेकिन पर्यवेक्षक ने प्रश्न पत्र बदलाव के लिए यूनिवर्सिटी को पत्र लिखकर सुधार की बात कहते हुए दूसरे प्रश्न पत्र को पहले सत्र में हल करने का कहा। अब परिणामों में ऐसा नहीं हुआ और विद्यार्थी फेल हो गए, जबकि अन्य करीब 8 विषयों के प्रश्न पत्रों में सभी विद्यार्थी पास हुए है। परिणाम यूनिवर्सिटी, पर्यवेक्षक और कॉलेज प्रबंधन की गलती से बिगड़े हैं न कि पढ़ाई में कोई कमी की वजह से। छात्र नेताओं ने प्रिंसिपल से की शिकायत
विद्यार्थियों के साथ पहुंचे छात्र नेता पंवार, सागोरे ने प्राचार्य को बताया जब परीक्षा के दिन ही गलती सामने आई थी तो कॉलेज प्रबंधन को उसी समय एक्शन लेना था। कॉलेज प्रबंधन की लापरवाही से इन छात्रों का परिणाम बिगड़ा है। अब सुधार होने की बात कही जा रही है, लेकिन कब सुधार होगा, किस तरह और कितना समय लगेगा इस पर कोई जवाब नहीं मिला। कॉलेज प्रबंधन के मुताबिक बीकॉम तृतीय वर्ष में करीब 498 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी थी। 73 फेल हुए है, 40 विद्यार्थी ऐसे है जो एक ही कक्ष में थे, उन्हें प्रश्न पत्र गलत मिले थे। पत्राचार किया, परिणामों में सुधार नहीं हो सका।
प्राचार्य डॉ. शैल जोशी ने कहा कि बीकॉम तृतीय वर्ष के परीक्षा परिणामों में अनुतीर्ण छात्र शिकायत लेकर आए थे। यूनिवर्सिटी में चर्चा की है। परीक्षा के दौरान प्रश्न पत्र बदलाव की बात सामने आई है, इस संबंध में कॉलेज प्रबंधन ने यूनिवर्सिटी को परीक्षा कॉपियों के साथ पत्र भी भेजा था। संभवतः पत्र पर संज्ञान नहीं लिया है। इससे परिणामों पर असर पड़ा है। यूनिवर्सिटी से चर्चा कर परिणाम सुधार के प्रयास करेंगे।