खरगोन. शहर के नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए बनाए जा रहे संजीवनी क्लीनिक अधूरे हैं। ााशहर में अलग-अलग बस्तियों में छह संजीवनी क्लीनिंग पिछले कई माह से बन रहे हैं। संजीवनी क्लीनिक का क्रियान्वयन स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से किया जाना है। परंतु इनके निर्माण का कार्य नगर पालिका के माध्यम से कराया जा रहा है। इस प्रक्रिया में दोनों विभागों का तालमेल नहीं होने से संजीवनी क्लीनिक समय पर शुरू नहीं हो पा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार उन्हें संजीवनी क्लीनिक हैंडओवर नहीं हुए हैं। जबकि नगर पालिका का कहना है कि दो संजीवनी क्लीनिक पूर्ण हो चुके हैं। उन्हें हैंडआेवर के लिए स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी गई है। गौरतलब है कि जिला अस्पताल पर मरीजों का दबाव अधिक है। यही वजह नागरिकों को स्थानीय स्तर पर उपचार उपलब्ध कराने के लिए संजीवनी क्लीनिक खोले जा रहे हैं। क्लीनिक में मरीजाें की साधारण बीमारियों का इलाज हो सकेगा। जिससे काफी हद तक जिला अस्पताल में मरीजों का दबाव कम हो पाएगा। साथ ही स्वास्थ सुविधा में सुधार होगा।
वर्शन छह संजीवनी क्लीनिक बनना है। दो क्लीनिक पूर्ण हो चुके हैं। हैंडओवर के लिए सूचना दी गई है। एक भवन का काम आधा हुआ है। शेष भवन में कुछ कार्य बाकी है। -एमआर निगवाल, मुख्य नगर पालिका अधिकारी, खरगाेन
वर्शन शहर में छह संजीवन क्लीनिक का निर्माण नगर पालिका के माध्यम से हो रहा है। इस संबंध में नगर पालिका से जानकारी ली जाएगी। -डॉ. एमएस सिसौदिया, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, खरगोन