
खरगोन. खरगोन जिले में करवाचौथ के दिन ही एक महिला का सुहाग उजड़ गया। एक तरफ पत्नी घर पर पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखे हुए थी और वहीं दूसरी तरफ व्यापारी पति पर बदमाशों ने हमला बोल दिया। घायल हालत में पति ने पत्नी को फोन कर खुद पर हमला होने के बारे में बताया था। परिजन व पुलिस भी सूचना मिलने के बाद वक्त रहते मौके पर पहुंच गए थे और गंभीर हालत में व्यापारी को अस्पताल लेकर पहुंचे लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। व्यापारी की कार सेगांव और नागलवाड़ी रोड से करीब आधा किलोमीटर अंदर मिली है। शुरुआती तफ्तीश में व्यापारिक स्पर्धा या फिर रुपयों के लेन-देन में वारदात होने की बात सामने आ रही है।
अनाज व्यापारी की हत्या
जानकारी के मुताबिक खरगोन जिले के ओझर के अनाज व्यापारी महेन्द्र गर्ग पर कुछ लोगों ने रंजिश में जानलेवा हमला कर मौत के घाट उतार दिया। घटना गुरुवार को सुबह 11 बजे की है। जिसके बाद घायल को प्राथमिक इलाज के लिए सेगांव और फिर खरगोन लाया गया। जहां प्राइवेट अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। महेंद्र गर्ग ओझर के बड़े अनाज व्यापारी थे और उनकी एक दुकान सेगांव में भी है। गुरुवार सुबह वो अपनी कार से ओझर से सेगांव जा रहे थे तभी गोलवाड़ी में नीलकंठ फाटे के पास कुछ लोगों ने महेंद्र की कार को रोक लिया। और नीचे उतार कर अचानक हमला कर दिया। हमलावरों के पास धारदार हथियार थे और जिन्होंने महेंद्र की गर्दन, हाथ और पेट पर अलग-अलग कई वार किए। अधमरी हालत में रोड से करीब आधा किमी दूर अंदर जंगल में झाड़ियों के बीच ले जाकर पटक दिया। जिसके बाद हमलावर भाग गए।
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पत्नी को फोन लगाकर बताई हमले की बात
बदमाश महेंद्र को लहूलुहान हालत में छोड़कर भाग गए थे। घटनास्थल पर मरणासन्न हालत पड़े महेंद्र ने किसी तरह अपने मोबाइल से पत्नी रीतू को फोन लगाया और हमले की सूचना दी। पति पर हमले की खबर मिलते ही घबराई पत्नी ने तुरंत सेगांव में अपने रिश्तेदारों को फोन लगाकर हमले की बात बताई। जिसके बाद स्थानीय रिश्तेदार गोलवाड़ी तक ढूंढते हुए पहुंचे। यहां दोमवाड़ा के निकट मेन रोड से आधा किमी दूर पैदल जब जंगल में पहुंचे तो महेंद्र जमीन पर पड़ा हुआ मिला। पास में ही कार खड़ी थी। घटनास्थल पर सेगांव चौकी प्रभारी राजेंद्र अवास्या और पुलिस जवान मौके पर पहुंचे थे।
रुपयों के लेन-देन में हमले की शंका
परिजनों ने हमले के पीछे व्यापारिक प्रतिस्पर्धा और रुपयों के लेने-देन की आशंका जताई। जिनका कहना है कि यह हमला धूलिया (महाराष्ट्र) के दलाल कल्याण अग्रवाल नाम के व्यक्ति द्वारा कराया गया। महेंद्र ने अंतिम समय में यह बात पत्नी को फोन पर बताई कि उस पर हमला धूलिया के तीन लोगों द्वारा किया गया। रिश्तेदारों के अनुसार महेंद्र अनाज (ग्रेडिंग) का कारोबार था और वह अनाज खरीदकर धूलिया के कल्याण को बेचता था। तीन साल पहले दोनों के बीच रुपयों के लेन-देन को लेकर कहासुनी हो गई थीं। तब से दोनों के बीच अनबन चल रही थी।
Published on:
13 Oct 2022 07:04 pm
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