
स्कूली बच्चों की गंदे पानी से गुजरने की 'परीक्षाÓ
मदनगंज-किशनगढ़ (अजमेर).
सरगांव के सरकारी स्कूल के छात्र-छात्राओं को मजबूरन सीवरेज के गंदे और बदबूदार पानी में होकर स्कूल जाना पड़ रहा है। इससे बच्चों में चर्म रोग की शिकायत होने लगी है। लेकिन बच्चों की इस रोज की परेशानी की तरफ किसी का ध्यान नहीं है।
सरगांव के पास स्थित रामपुरा की ढाणी के कई बच्चे सरगांव स्थित उच्च माध्यमिक विद्यालय में पढऩे जाते हैं। विद्यार्थियों को ढाणी और सरगांव के बीच में सड़क पर बहते सीवरेज के पानी के बीच में से होकर आवागमन करना पड़ता है। गुंदोलाव झील में पानी की आवक होने से इन दिनों पाल से पानी ओवर फ्लो हो रहा है और यह पानी सीवरेज ट्रीटमेन्ट प्लांट में जा रहा है। सीवरेज ट्रीटमेन्ट प्लांट में होकर यह पानी भोपों का बाड़ा होते हुए सरगांव से आगे की तरफ जा रहा है। पानी अधिक होने के कारण बीच मार्ग के ग्रामीण क्षेत्रों के रास्तों पर भी पानी भरा रहता है। सरगांव की सरकारी स्कूल जाने के लिए इस पानी के बीच से होकर बच्चों को रोजाना मजबूरन आवागमन करना होता है।
कपड़े हो जाते हैं गंदे
घर से निकलने के बाद छात्र-छात्राएं जैसे ही गंदे और बदबूदार पानी के पास आते हैं तो उन्हें अपने कपड़े ऊंचे करने पड़ते हैं, अधिकांश बार तो बच्चों के कपड़े गीले हो जाते है और कपड़ों में भी बदबू आने लगती है। रोज गंदे पानी से निकलने के कारण बच्चे को चर्म रोग की शिकायत भी होने लगी है।
ऐसे पहुंचा पानी
किशनगढ़ में तेज बारिश के बाद गुंदोलाव झील और हमीर तालाब की चादर चल गई थी। यहां से पानी सीवरेज ट्रीटमेन्ट प्लांट होता हुआ, सरगांव पहुंच रहा है। यह पानी सरगांव से डींडवाड़ा जा रहा है। सरगांव के बाहर स्थित श्मशान भी चारों ओर से पानी से घिरा हुआ है।
इस संबंध में सरगांव सरपंच प्रिया राजपुरोहित ने बताया कि मामला ध्यान में है। पानी रूकेगा तब रपट बनवाने का कार्य कराया जाएगा।

Published on:
25 Sept 2019 05:00 am
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