
कोलकाता. नोवापाड़ा विधानसभा उपचुनाव के लिए नाम घोषित किए जाने के कुछ घटों के भीतर ही भाजपा प्रत्याशी मंजू बसु ने चुनाव लडऩे से इनकार कर दिया। तृणमूल कांग्रेस की पूर्व विधायक रह चुकीं बसु के नाम पर पहले भी राज्य समिति तैयार नहीं थी। हाल ही में मुकुल राय की मौजूदगी में पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय से मुलाकात के बाद बसु का नाम केन्द्रीय समिति ने तय किया था। बसु के इनकार के बाद पार्टी प्रदेश इकाई ने नोवापाड़ा से संदीप बनर्जी का नाम प्रत्याशी के तौर पर भेजा है। हालांकि केन्द्रीय समिति ने उनके नाम पर अभी मुहर नहीं लगाई है। संदीप बनर्जी उत्तर २४ परगना जिले पार्टी अध्यक्ष हैं।
इससे पहले दोपहर में भाजपा केन्द्रीय समिति की ओर से बसु को प्रत्याशी बनाए जाने की घोषणा और यह खबर मीडिया में आने के कुछ ही देर बाद बसु ने संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया। उन्होंने कहा कि मीडिया से उन्हें खबर मिली है कि उन्हें भाजपा ने नोवापाड़ा सीट से उम्मीदवार बनाया है, लेकिन उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। इस बारे में उन्हें भाजपा की ओर से कुछ नहीं बताया गया है।
बसु ने कहा कि वे तृणमूल में थीं, तृणमूल में हैं। ममता बनर्जी पर मुझे पूरा भरोसा है। बसु का यह बयान सामने आने के बाद भाजपा प्रदेश इकाई ने पार्टी केन्द्रीय कमेटी से बात की। केन्द्रीय कमेटी ने नए नाम की मांग की। फिर प्रदेश इकाई की ओर से नोवापाड़ा सीट के लिए संदीप बनर्जी और हावड़ा जिले की उलूबेडिय़ा सीट के लिए अनुपम मल्लिक का नाम भेजा।
प्रदेश भाजपा के महासचिव सयांतन बसु ने संदीप बनर्जी और अनुपम मल्लिक के नाम भेजे जाने की पुष्टि की। 29 जनवरी को नोवापाड़ा और उलूबेडिय़ा विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव होने वाला है। अपुष्ट सूत्रों के अनुसार तृणमूल के दबाव में बसु ने चुनाव लडऩे से इनकार किया है। कारण चाहे जो भी किन्तु मंजू के इनकार से भजाप प्रदेश इकाई के नेता खुश हैं। वे शुरू से ही बसु के पक्ष में नहीं थे। तृणमूल ने नोवापाड़ा से गारुलिया नगरपालिका के चेयरमैन सुनील सिंह को टिकट दिया है।
Published on:
08 Jan 2018 05:53 am
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