28 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

सीमा पर बीएसएफ की गश्त तेज

म्यांमार से भाग कर बांग्लादेश आए रोहिंग्या मुसलमानों के भारत में प्रवेश निषेध सुनिश्चित करने के लिए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने सीमा पर चौकसी बढ़ा दी

2 min read
Google source verification
BSF

कोलकाता. म्यांमार से भाग कर बांग्लादेश आए रोहिंग्या मुसलमानों के भारत में प्रवेश निषेध सुनिश्चित करने के लिए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है। इस क्रम में सुरक्षा बलों ने भारत-बांग्लादेश की खुली सीमा के आसपास ५0 संवेदनशील जगहों को चिह्नित किया है।

जहां से बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुसलमान सीमा पार कर भारत में प्रवेश कर सकते हैं। बी एस एफ, दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के आईजी पीएसआर अनाजानेयुलु ने बताया कि सीमा पर चौकसी तेज कर दी गई है। हाल ही में ऐसे 22 स्पॉट चिह्नित किए थे, जहां से बांग्लादेशी और रोहिंग्या, दोनों देश में प्रवेश कर सकते हैं। अब ऐसे स्पॉट की संख्या बढ़ कर 50 हो गई है। बीएसएफ की ओर से चिह्नित किए ये इलाके उत्तर 24 परगना, मुर्शिदाबाद और नदिया जिला में हैं। ये सभी दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के दायरे में पड़ते हैं। इनमें पेट्रापोल, जयंतिपुर, हरिदास, गोवालपाड़ा और तेतुलबेडिय़ा शामिल है।


हालके सालों में बीएसएफ ने सीमा पार कर भारत में आने वाले 175 रोहिंग्यों को पकड़ा है। इनमें से सात वर्ष 2017 में पकड़े गए हैं। गृह मंत्रालय ने बीएसएफ को सीमा पार कर भारत में प्रवेश करने वाले घुसपैठियों को पकडऩे की बजाए उन्हें खदेडऩे का निर्देश दिया था। बीएसएफ के अधिकारी ने बताया कि स्थानीय सूत्रों की मदद से बीएसएफ दूसरी केन्द्रीय सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिल कर रोहिंग्या की पहचान और उनकी गतिविधियों का पता लगा रही है। सीमा पार करते देख बीएसएफ के जवान उन्हें खदेड़ रहे हैं।

एक नजर
* भारत-बांग्लादेश सीमा 4096 किलो मीटर
* 2216.7 किलो मीटर पश्चिम बंगाल में है।
* उत्तर 24 परगना, नदिया, मुर्शिदाबाद खुली सीमा अधिक
* रोहिंग्या के प्रवेश करने के लिए 50 स्पॉट संवेदनशील
* पिछले सालों में सीमा पर 175 रोहिंग्या पकड़े गए।
* वर्ष 2017 में 7 रोहिंग्या पकड़े गए।
* राज्य पुलिस ने सिर्फ 35 घुसपैठियों के खिलाफ मामला किया है
* 18 सितंबर 2017 को केन्द्र ने रोहिंग्या को अवैध घुसपैठिया करार दिया है।