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तूफान: तहस नहस हो गया कोलकाता का पहला फ्लोटिंग मार्केट

कोरोनावायरस की वजह से पहले ही व्यवसायियों को बड़ा नुकसान झेलना पड़ा है। अब अम्फान तूफान ने दक्षिण कोलकाता के पाटुली स्थित पहले फ्लोटिंग मार्केट को तहस-नहस कर दिया है। यहां व्यवसाय करने वाले लगभग 200 दुकानदारों की अब तक की सारी कमाई और पूंजी पानी में डूब गई है। दुकानदारों की नौका पानी में समा गई है। मार्केट पूरी तरह उजड़ गया है।

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तूफान: तहस नहस हो गया कोलकाता का पहला फ्लोटिंग मार्केट

तूफान: तहस नहस हो गया कोलकाता का पहला फ्लोटिंग मार्केट

200 से अधिक दुकानदार बर्बादी के कगार पर
अब जलाशय नहीं सुरक्षित जगह की कर रहे मांग

ज्योति दुबे
कोलकाता.
कोरोनावायरस की वजह से पहले ही व्यवसायियों को बड़ा नुकसान झेलना पड़ा है। अब अम्फान तूफान ने दक्षिण कोलकाता के पाटुली स्थित पहले फ्लोटिंग मार्केट को तहस-नहस कर दिया है। यहां व्यवसाय करने वाले लगभग 200 दुकानदारों की अब तक की सारी कमाई और पूंजी पानी में डूब गई है। दुकानदारों की नौका पानी में समा गई है। मार्केट पूरी तरह उजड़ गया है। मौजूदा स्थिति को देखते हुए मार्केट को दोबारा शुरू करने में लम्बा समय लग सकता है। व्यवसायियों ने मांग की है कि उन्हें अब जलाशय में नहीं बल्कि किसी सुरक्षित जगह व्यवसाय की अनुमति दी जाए। बार-बार आंधी बारिश और तूफान के थपेड़े से बाजार को क्षति पहुंचती है। व्यवसाय को भारी नुकसान पहुंच रहा है। राज्य सरकार को इस पर विचार करते हुए एक और जहां आर्थिक मदद करनी चाहिए। वहीं फ्लोटिंग मार्केट को पूरी तरह बंद कर देना चाहिए।
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यहां व्यवसाय संभव नहीं
अचानक हुए लॉकडाउन की वजह से नौका पर ही फ्रिज से लेकर हर सामान मौजूद था। तूफान से सब कुछ जलाशय में डूब कर नष्ट हो गया। बार-बार फ्लोटिंग मार्केट में नुकसान झेलना पड़ रहा है। लोग यहां सिर्फ घूमने आते हैं। बाजार पहले से ही मंदा चल रहा था। ऐसे में सब कुछ डूब जाने के बाद यहां दुकान लगाना अब संभव नहीं है।
- स्वपन हलदर, दुकानदार
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दूसरी जगह मिले अनुमति
बुलबुल तूफान के चलते हफ्तों बाद बाजार शुरू हुआ। अभी भी कुछ नावों की मरम्मत नहीं हो पाई थी और फिर इस अम्फान तूफान ने सारे अरमानों पर पानी फेर दिया है। बार-बार ऐसी स्थिति पैदा होती है तो दुकानदारों को भूखे पेट ही रहना पड़ेगा। सरकार से गुजारिश है कि हमें दूसरी जगह दुकान लगाने की अनुमति दें।
- टूलटूल राय, दुकानदार
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नुकसान की भरपाई मुश्किल
तूफान की वजह से मार्केट में अब कुछ नहीं बचा है। क्या खाएंगे और क्या परिवार को खिलाएंगे? यह चिंता का विषय बन गया है। लम्बे समय से बाजार घाटे में चल रहा था। इसके बाद इस नुकसान की भरपाई मुश्किल है। अब हम फिर से अपनी पूंजी लगाकर यहां दुकान नहीं खोलना चाहते हैं।
- चाइना वनिक, दुकानदार
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सरकार ने दिए थे 5 करोड़
दक्षिण कोलकाता के पाटुली स्थित पहले फ्लोटिंग मार्केट का निर्माण केएमडीए की ओर से 2018 में किया गया था। कुछ दिनों बाद बनावटी त्रुटियों की वजह से लोगों का यहां आना जाना कम हो गया। पिछले साल आए बुलबुल तूफान ने भी इसे काफी क्षति पहुंचाई। हाकर्स यूनियन की मांग पर बाजार को विकसित करने के लिए 6 महीने पहले ही राज्य सरकार ने पांच करोड़ रुपए पारित किए थे। नौका की मरम्मत हो रही थी। लॉकडाउन के चलते सारे काम अधर में लटक गए।
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केंद्र करे आर्थिक मदद-घोष
हॉकर्स यूनियन के अध्यक्ष शक्तिमान घोष ने बताया कि इस समय व्यवसायियों को आर्थिक मदद की सख्त जरूरत है। कोरोनावायरस और तूफान की वजह से राज्य सरकार की माली हालत ठीक नहीं है। हम केंद्र सरकार से मुद्रा ऋण योजना के तहत मदद की मांग कर रहे हैं।