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West Bengal-एक लाख से अधिक कांवडिय़ों ने बैद्यवाटी से उठाया गंगाजल

महादेव के जलाभिषेक करने को तारकेश्वर हुए रवाना-सावन के प्रथम सोमवार को जल चढ़ाना लक्ष्य-हर-हर महादेव, भोलेबाबा पार करेगा के नारों से गूंजा वातावरण

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West Bengal-एक लाख से अधिक कांवडिय़ों ने बैद्यवाटी से उठाया गंगाजल

West Bengal-एक लाख से अधिक कांवडिय़ों ने बैद्यवाटी से उठाया गंगाजल


हुगली . सावन के पहले सोमवार को भोलेनाथ को जलाभिषेक करने के लिए एक लाख से भी अधिक कांवडिय़े तारकेश्वर धाम की तरफ रविवार को रवाना हुए। कांवडिय़ों ने बैद्यवाटी के निमाई तीर्थ घाट पर आस्था की डुबकी लगाने के बाद घटों में पवित्र गंगाजल भरा। इसके बाद कंधे पर कांवड़ लेकर तारकेश्वर धाम के लिए रवाना हुए। इस दौरान कांवड़ यात्रियों के लिए प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। जगह-जगह पुलिस सहायक कैंप और पुलिस के आला अधिकारी समेत सुरक्षा बल तैनात रहे। कांवडिय़ों के भोजन, पानी, शिकंजी, चाय तथा मेडिकल की व्यवस्था स्वयंसेवी संस्था के द्वारा लगाए गए कैंप में की गई। कांवड़ यात्रा के दौरान कांवडिय़ों का उत्साह देखने को बन रहा था। कांवडिय़ा अपने नन्हे बच्चों को कंधों पर लेकर पैदल चलकर शिव नगरी जाने के लिए आतुर दिखे।
दो साल बाद हुई कांवड़ यात्रा
कोरोना महामारी की वजह से दो वर्षों तक कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध लगा रहा। इस वर्ष फिर से कांवड़ यात्रा का आयोजन हुआ। सावन महीने में सोमवार का दिन जलाभिषेक के लिए सबसे शुभ माना जाता है। इसलिए रविवार को सेवड़ाफुली में कांवडिय़ों की भारी भीड़ उमड़ी। वहां से पैदल चलकर निमाई तीर्थ घाट पहुंचकर कांवडिय़ों ने हुगली नदी में आस्था की डुबकी लगाई और इसी के साथ कांवड़ यात्रा की शुरुआत हुई।
नन्हे बच्चे को कंधे पर लेकर चले भोले धाम
तारकेश्वर धाम मार्ग पर कांवडिय़े अपने नन्हे बच्चों को कंधे पर बैठाकर भोले की नगरी के लिए निकल पड़े। उनका उत्साह देखने को बन रहा था। कड़ी धुप के साथ हो रही रिमझिम बारिश ने कांवडिय़ों की यात्रा को राहत पहुंचाया। सेवड़ाफुली से लेकर तारकेश्वर धाम तक का इलाका भोलेनाथ के जयकारों से गूंज उठा।
सुरक्षा के चाक चौबंद प्रबंध
सेवड़ाफुली से लेकर तारकेश्वर नगरी जाने तक पुलिस प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के चाक चौबंद प्रबंध किये गए। पुलिस के आला अधिकारी समेत पुलिस बल मौके पर तैनात रहे। ड्रोन और सीसीटीवी से निमाई तीर्थ घाट तथा सभी मुख्य प्वाइंट पर पुलिस की पैनी नजर रही।
स्वयंसेवी संस्था और पुलिस ने लगाया कैम्प
कांवडिय़ों की सुविधार्थ बैद्यवाटी चौमाथा से लेकर काशी विश्वनाथ , लोकनाथ तक पुलिस की तरफ से सहायता कैंप लगाया गया। वहीं स्वयंसेवी संस्था की तरफ से कांवडिय़ों के लिए पूड़ी सब्जी शिकंजी जल चाय इत्यादि की कैंप में व्यवस्था की गई। स्वयंसेवी संस्था के सदस्य नाच गाकर कावडिय़ों का उत्साहवर्धन करते नजर आये।
भिन्न जिलों, राज्य और कोलकाता से आये कांवडिय़े
सोमवार को भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों , पड़ोसी राज्य , कोलकाता के भूतनाथ और कालीघाट से घटों में गंगाजल भरकर कांवड़ लेकर बड़ी तादात में कांवडिय़े तारकेश्वर धाम के लिए रवाना हुए। यह सभी शिवभक्त सोमवार को तारकेश्वर धाम पहुंचकर भोलेनाथ का अभिषेक करेंगे।
रिकार्ड तोड़ उमड़ी भीड़
सावन के पहले सोमवार को शिवलिंग पर जल चढ़ाने के लिए रविवार को रिकार्ड तोड़ भीड़ उमड़ी। निमाई तीर्थ घाट पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। एक लाख से अधिक कांवडिय़ों ने जल उठाया।
कांवडिय़ों ने क्या कहा
कुछ कांवडि़ए सपरिवार जलाभिषेक के लिए तारकेश्वर धाम के लिए निकल पड़े। बैद्यवाटी चौमाथा से गुजर रहे कांवडिय़ों ने बताया कि प्रशासन और स्वयंसेवी कैंप की तरफ से व्यापक व्यवस्था की गई है। किसी भी तरह की कोई परेशानी भोलेनाथ के धाम तक जाने में नहीं हो रही है। कांवडिय़ों ने कहा कि उनका लक्ष्य सिर्फ एक है । भोलेनाथ की नगरी पहुंचकर जल चढ़ाना। उनके कण-कण में भोले वास करते हैं इसलिए किसी भी तरह के कष्ट का एहसास नहीं होता। भगवान भोलेनाथ से कोरोना मुक्ति और विश्व शांति की कामना करेंगे।